रामगोपाल के बाद यूथ ब्रिगेड नेताओं की होगी सपा में वापसी

लखनऊ. समाजवादी पार्टी (सपा) से 6 साल के लिए निष्कासित प्रो. रामगोपाल यादव अब पार्टी में वापस बुला लिए गए हैं। खबर ये भी है कि अनुशासनहीनता का आरोप लगाकर निकाले गए यूथ ब्रिगेड के नेताओं की भी जल्द ही पार्टी में वापसी होगी। सपा सुप्रीमो मुलायम सिंह यादव के इस फैसले से पार्टी प्रदेश अध्यक्ष शिवपाल यादव को तगड़ा झटका लगा है।

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सपा से जुड़े एक विधान परिषद सदस्य ने बताया कि नेताजी को इस बात का एहसास हो चुका है कि पिछले दिनों सपा के भीतर जो कुछ भी चला उससे पार्टी की काफी फजीहत हुई है और आम लोगों के बीच काफी खराब संदेश गया है। इससे चुनाव की तैयारियां भी प्रभावित हो रही हैं।

शिवपाल के दौरे के समय अखिलेश के करीबी एमएलसी सुनील सिंह यादव ‘साजन’ भी दिखाई दिए थे। संभावना है कि इन युवा नेताओं की जल्द पार्टी में वापसी होगी। सपा के एमएलसी ने बताया कि एमएलसी सुनील साजन, एमएलसी आनंद भदौरिया, यूथ ब्रिगेड के अध्यक्ष मोहम्मद एबाद, समाजवादी युवजन सभा के प्रदेश अध्यक्ष ब्रजेश यादव, एमएलसी संजय लाठर और यूथ ब्रिगेड के राष्ट्रीय अध्यक्ष गौरव दुबे की वापसी जल्द हो सकती है। इसके अलावा रामगोपाल यादव के भतीजे अरविंद प्रताप यादव की भी जल्द सपा में वापसी हो सकती है।

पार्टी के सूत्रों के मुताबिक, रामगोपाल को पार्टी में वापस लिये जाने के बाद अखिलेश यादव खेमा एक बार फिर मजबूती से उभरकर सामने आया है। शिवपाल पार्टी और सरकार के भीतर कमजोर साबित हुए हैं। उन्होंने रामगोपाल पर गंभीर आरोप लगाकर उन्हें बाहर करवाया था। अब रामगोपाल तो पार्टी के भीतर आ गए, लेकिन शिवपाल अभी भी मंत्रिमंडल से बाहर ही हैं।

सूत्रों ने बताया कि मुलायम ने भले ही सार्वजनिक मंचों पर हमेशा शिवपाल की तारीफ की है और संगठन में उनके योगदान का जिक्र बार-बार किया है, लेकिन नेताजी के इस फैसले के बाद शिवपाल संगठन में भी कमजोर साबित हुए हैं।

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