मांस खाने वालों से दिक्कत नहीं पर बीफ पर लगे बैन: वीएचपी

vhpविश्व हिंदू परिषद् ने दादरी कांड और बीफ बैन के विरोध में साहित्य पुरस्कार लौटा रहे साहित्यकारों पर निशाना साधते हुए कहा है कि वे सऊदी अरब जाएं और वहां सूअर के मांस की मांग करे।
अगर वे जिंदा लौटते हैं तो मैं खुद उनका स्वागत करूंगा। यदि ऐसा नहीं होता है तो वे पाखंड न करें। विहिप ने यह बातें लखनऊ में चल रही विश्व हिंदू परिषद् की दो दिवसीय बैठक में कही। विहिप ने कहा है कि हमें मांस खाने वालों से कोई परेशानी नहीं लेकिन बीफ पर प्रतिबंध लगना चाहिए।

विहिप प्रवक्ता सुरेन्द्र जैन ने रविवार को कहाकि यदि बीफ प्रतिबंध का विरोध कर रहे लोग उन्होंने कहा कि विहिप और संघ परिवार को पता है कि दो-तिहाई भारतीय आबादी मांस खाती है और वह लोगों की खाने की आदत नहीं बदलना चाहते।

जैन ने कहा कि हम बीफ पर प्रतिबंध की मांग कर रहे हैं, क्योंकि गाय हिंदुओं के लिए आस्था का केन्द्र है और इससे छेड़छाड़ नहीं की जानी चाहिए। हिंदुओं ने हमेशा अन्य समुदायों की धार्मिक भावनाओं का सम्मान किया है। उन्होंने उत्तर प्रदेश के मंत्री आजम खान के दादरी मामले को लेकर संयुक्त राष्ट्र को खत लिखने को मूर्खता करार देते हुए मुख्यमंत्री अखिलेश यादव से उन्हें हटाने की मांग की। उन्होंने कहाकि आजम खान पर देशद्रोह का मामला दर्ज किया जाना चाहिए।

जैन ने दादरी के बिसाहड़ा गांव में मारे गए मोहम्मद अखलाक के परिजनों को 45 लाख रूपये का मुआवजा देने का विरोध करते हुए कहाकि एक समुदाय के सदस्यों को 45 लाख रूपये दिए गए जबकि मारे गए पुलिसकर्मी मनोज मिसरा के परिवार को सरकार से कोई मदद नहीं मिली। उत्तर प्रदेश के कई इलाकों में गौहत्या हो रही है और ऎसा लगता है मानो हिंदुओं को चुनौती दी जा रही हो। उत्तर प्रदेश तेजी से दंगा प्रदेश बन रहा है।

 
 
 
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