महाड बिल्डिंग हादसा : रायगढ़ में गिरी पांच मंजिला इमारत, 12 मरे, 8 घायल

मुंबई । रायगढ़ जिले के महाड में काजलपूरा इलाके में सोमवार को ढही 5 मंजली तारीक गार्डेन इमारत का मलवा हटाने का काम लगातार 28 घंटे से जारी है। इस हादसे में अब तक 12 लोगों की मौत हो चुकी है और 8 घायलों का इलाज महाड के सिविल अस्पताल में हो रहा है। जहां मलवे में अभी भी 5 लोगों के दबे होने की आशंका जताई जा रही है। एनडीआरएफ की टीम घटनास्थल पर राहत व बचाव कार्य में लगी हुई है।

जानकारी के अनुसार महाड इलाके के काजपूरा क्षेत्र में स्थित तारीक गार्डेन नामक 5 मंजली बिल्डिंग सोमवार शाम 7 बजे अचानक ढह गई थी। घटनास्थल पर एनडीआरएफ की तीन टीम मंगलवार को ही मलवे से लोगों को निकालने का काम जारी है। इसके लिए एनडीआरएफ की टीम प्रशिक्षित डॉग स्क्वाड की भी मदद ले रही है। मलवे से आज एनडीआरएफ की टीम ने 6 वर्षीय बच्चे मोहम्मद डांगी को सुरक्षित बाहर निकाल लिया है। जबकि उसकी मां की मौत हो गई है। इस घटना में अब तक 12 लोगों की मौत हो गई है। इनमें सैयद अमित समीर(45),नाविद झमाले(35) के शव की पहचान की जा चुकी है, जबकि 10 अन्य लोगों के शव की पहचान अभी तक नहीं हो सकी है। इस घटना में नमीरा, शौकत अलसूरकार, संतोष साहनी, जयप्रकाश कुमार, दीपक कुमार,स्वप्रिल शिर्के, नाविद हमीद दुष्टे ,अब्दुल काजी ,मेहरुनिशा काजी व एक अन्य को मलवे से निकालकर अस्पताल में भर्ती करवाया गया है। 

महाड शहर पुलिस स्टेशन में बिल्डर फारुख काजी, युनुश शेख सहित 6 लोगों के विरुद्ध मामला दर्ज किया गया है। पुलिस आरोपित बिल्डर को अभी तक गिरफ्तार नहीं कर सकी है। नगरविकास मंत्री एकनाथ शिंदे ने मामले की गहन जांच का आदेश दिया है । इसी प्रकार मदद व पुनर्वसन मंत्री विजय बडेट्टीवार ने इस घटना में मृतकों के परिजनों को 4-4 लाख रुपये की आर्थिक मदद तथा घायलों को डेढ़ लाख रुपये की मदद की घोषणा की है।  घटनास्थल पर अभी भी मलवा हटाने का काम जारी है। एनडीआरएफ की टीम यहां अभी भी दबे लोगों को निकालने का काम कर रही है।  

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