फर्जी कम्पनियों के चलते डाकघरों का अस्तित्व खतरे में

सुलतानपुर,12 मार्च(UjjawalPrabhat.Com)। बल्दीराय में फर्जी कंपनियों के सक्रिय होने से सरकारी बैंकों, डाकघरों पर बुरा असर पड़ रहा है। प्रदेश की योगी व मोदी सरकार चाह कर भी ऐसी फर्जी कंपनियों पर रोक नहीं लगा पा रही है। यह कंपनियां तथ्य छुपाकर सरकार से टैक्स चोरी कर रही है। बता दें कि विगत कई वर्षों से सुल्तानपुर जनपद सहित पड़ोसी जिले अयोध्या, रायबरेली, अमेठी, प्रतापगढ़ के ग्रामीण क्षेत्रों में यह फर्जी कंपनियां अपना जाल बिछा चुकी हैं। अनी बुलियन, मनोज दूबे की स्वयंसेवी संस्था, श्रीराम बुलियन, साइंन सिटी, पृथ्वी, एलकेमिस्ट, जेआरपी, आसमा, वसुंधरा आधे दर्जन कंपनियां साल भर में दो गुना करने के नाम पर पढ़े-लिखे, अनपढ़ ग्राहकों से पैसा जमा करवा रही है। इन कंपनियों का यह आलम है कि ग्रामीण इलाकों में अपना ब्रांच स्थापित करके लग्जरी गाड़ियों से ग्राहकों से पैसा वसूल करवाती है और जब लाखों रुपए जमा हो जाता है तब ऐसी कंपनियां अपना नाम बदल देती हैं। वहीं कुमारगंज से अपना नाम बदल चुकी है फर्जी कंपनियां भाग जाने का कई मामला प्रकाश में आया है और उसी जिले के इलाके में यह फर्जी कंपनियां सरकार की आंखों में धूल झोंककर करोड़ों रुपए का खेल कर चुकी है। यही नहीं ऐसी कंपनियों में काम करने वाले एजेंटों को प्रतिमाह कमीशन लगभग तीन लाख से ऊपर दिया जा रहा है। सुल्तानपुर के बल्दीराय पारा, बहुरावा़ देहली, धनपतगंज, हरौरा, वल्लीपुर बघौना समेत कई गांव में यह कंपनी कुक्रमुत्तों की तरह फैल चुकी है। इन कंपनियों की ब्रांच में रोज लाखों रुपए की वसूली की जा रही है। सूत्रों के अनुसार ड्रीम बुलियन, श्रीराम, अनी बुलियन सहित कई फर्जी कंपनियां साल भर में ग्राहकों का ढाई गुना रूपये करने का दावा कर रही हैं। कक्षा आठ पास इन कंपनियों के मालिक बन चुके हैं। ऐसी कंपनी के बारे में कई बार जागरूक लोगों ने शासन से शिकायत व प्रशासन तक शिकायत भी कर चुके हैं, लेकिन ऊपर से नीचे तक व्याप्त भ्रष्टाचार के चलते मामला दबा दिया गया है। पड़ोसी जनपद सुल्तानपुर जनपद में प्रभावी फर्जी कंपनियां जैसे आसमां बैंक, मनोज धर दूबे की स्वयंसेवी संस्था एलकेमिस्ट, वसुंधरा, जेआरपी ग्राहकों से पैसे लेकर फरार हो चुकी है। सूत्रों ने बताया कि कंपनी ने तो बल्दीराय तहसील मुख्यालय पर ही प्रशासन की नाक के नीचे एक बड़ी ब्रांच खोलकर करोड़ों रुपए का खेल कर रही है। यही नहीं बिना पंजीयन सहित कई उपयोगी वस्तुओं का गोरखधंधा बड़े पैमाने पर चल रहा है। मिली जानकारी के अनुसार कंपनी संचालित करने वाला पड़ोसी जनपद कुमारगंज का रहने वाला है जो कई वर्षों से विभिन्न नाम की कंपनी बनाकर दोगुना रूपये करने का खेल कर रहा है। सूत्र बताते हैं कि बीते सात वर्षों का विस्तार हो चुका है जब कंपनी में जालसाजी ग्राहकों को पता लगी तो मास्टरमाइंड कंपनी मालिक ने अनी का नाम हटाकर आई विजन कर दिया। फिलहाल ऐसी कंपनी फर्जी तौर पर ग्राहकों से चेक लेकर साल भर में दोगुना रुपए करने का दावा कर रही है। वहीं सुप्रीम कोर्ट 27 फरवरी को दिए गए शासनादेश में यह भी कहा गया है कि ब्लड रिलेशन के अलावा किसी अन्य से कर्ज नहीं ले सकते हैं, लेकिन यह कंपनियां बड़े पैमाने पर लोगों से गोरख धंधा कर रही है। मजे की बात यह है कि इन फर्जी कंपनी में धन जमा करने वाला ग्राहक स्वयं तो पैदल है और धन जमा करवाने वाले एजेंट लग्जरी वाहन जैसी कार का लुत्फ ले रहे हैं। क्षेत्र के दर्जनों लोगों ने इसकी शिकायत प्रधानमंत्री से करके तत्काल फर्जी कंपनियों को बैन लगा कर बंद करने की मांग की है।
रिपोर्ट- रंजीत सिंह

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