ड्रैगन के नापाक इरादे, अब एलएसी पर बिछा रहा है ऑप्टिकल फाइबर केबल

नई दिल्ली। पडोसी चीन भारत के खिलाफ सतत सक्रिय रहता है। गत माह पूर्वी लद्दाख के पैंगोंग झील और गोगरा सेक्टरों में 14 किमी तक भारतीय क्षेत्र में घुसपैठ करने के बाद अब चीन की सेना पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (पीएलए) ने इन इलाकों में ऑप्टिकल फाइबर केबल बिछाकर यहां संचार तंत्र मजबूत करने का काम शुरू कर दिया है।

उल्लेखनीय है कि गत मई माह से एलएसी पर चीनी आक्रमण बढ़ रहा है। चीनियों ने 17-18 मई को कुगरांग नाला, गोगरा और पैंगोंग त्सो झील के उत्तरी तट तक घुसपैठ की है। यह कुगरंग नाला हॉट स्प्रिंग्स के उत्तर में पीपी 16 और पीपी 15 (गोगरा) के पास है। अब इन्हीं इलाकों में चीनी सेना ने ऑप्टिकल फाइबर केबल बिछाने का काम शुरू कर दिया है। इसलिए भारत से तनाव और बढ़ने की ही उम्मीद है।

एलएसी के हॉट स्प्रिंग क्षेत्र में करीब 4 किमी. अंदर आ चुके चीनी सैनिक अब लौटने की जगह भारत से ही एक किमी पीछे जाने को कह रहे हैं। यहां चीनी सेना ने दो किमी चौड़ा बफर जोन बनाने से इनकार कर दिया है। इसका नतीजा यह है कि पेट्रोलिंग प्वाइंट-15 और 17ए पर दोनों देशों के सैनिक आमने-सामने हैं। पेट्रोलिंग प्वाइंट-15 के पास घुसपैठ करके तीन किमी तक भारतीय दावा क्षेत्र में सड़क का भी विस्तार किया है। इसी तरह भारत के पेट्रोलिंग प्वाइंट-१७ ए के समीप स्थित गोगरा पोस्ट का है। गोगरा पोस्ट क्षेत्र में घुसपैठ करने वाले चीनी सैनिकों की नजरें भारत के पेट्रोलिंग प्वाइंट-18, 19, 20, 21, 22 और 23 पर टिकी हैं।

पैंगॉन्ग झील इलाके में चीनियों ने मई के बाद फिंगर-4 से फिंगर-8 तक 8 किलोमीटर के हिस्से पर कब्जा करने के बाद स्थायी ढांचों का निर्माण भी किया है। झील में अतिरिक्त बोट और सेना की टुकड़ी को तैनात किया है। पैंगॉन्ग झील के उत्तरी किनारे पर चीन ने नए कैंप बनाने शुरू कर दिए हैं। पैंगॉन्ग झील में और बोट उतारे जाने की नई चीनी चाल सेटेलाइट में कैद हो गई है, जिसमें यह भी साफ दिख रहा है कि पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (पीएलए) की नौसेना फिंगर-5 और फिंगर-6 में डेरा जमाए हुए हैं। फिंगर-5 पर पीएलए की तीन बोट और फिंगर-6 पर पीएलए की 10 बोट दिखाई दी हैं। हर बोट में 10 जवान सवार हैं यानी फिंगर-4 के बेहद करीब 130 जवान तैनात हैं।

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