छेड़छाड़ के आरोपियों ने छात्रा को अगवा कर किया गैंगरेप

gang-rape-16-09-2015-1442369091_storyimage‘समझौता’ कराने की पुलिस की आदत ने एक छात्रा को जीवन भर का दर्द दे दिया। 11 दिन पहले ही छात्रा से  छेड़खानी करनेवाले आरोपितों को पुलिस ने उनके घरवालों के ही इस आश्वासन पर कुछ नहीं किया कि वे दोबारा ऐसा नहीं करेंगे। पर सोमवार को उन्हीं वहशियों ने छात्रा को मैजिक गाड़ी से अगवा कर बेहोश किया फिर गैंगरेप कर निर्जन स्थान पर छोड़ भागे।

राहगीर के फोन से दी जानकारी : होश आने पर छात्रा ने एक राहगीर की मोबाइल से घरवालों को फोन कर सारी जानकारी दी, जिसके बाद परिवारीजन उसे घर ले गए। मंगलवार को छात्रा ने तीन लड़कों के खिलाफ नामजद तहरीर दी।

आठ दिन पहले की थी छेड़खानी : सहजनवा क्षेत्र के एक गांव में मौसी के यहां रह कर आईटीआई में पढ़ने वाली छात्रा ने बीते छह सितंबर को मनीष व महेश नाम के दो युवकों के खिलाफ छेड़छाड़ की तहरीर दी थी। पुलिस ने केस तो दर्ज कर लिया मगर आरोपितों पर कोई कार्रवाई नहीं की, क्योंकि उनके घरवालों ने पुलिस से कह दिया कि वे आगे से ऐसी गलती नहीं करेंगे और वे छात्रा के घरवालों से सुलह कर लेंगे।

पुलिस ने दर्ज किया बयान : इसके बाद मंगलवार को सुबह छात्रा सहजनवा थाने फिर पहुंची। मनीष और महेश के साथ ही विजय नाम के एक युवक पर आरोप लगाया कि इन तीनों ने उसे अगवा कर उसके साथ रेप किया। इसके बाद पुलिस छात्रा को लेकर महिला थाने पहुंची। वहां 161 के बयान में छात्रा ने बताया कि सोमवार सुबह वह कोचिंग जाने के लिए निकली थी। गांव के पास खड़ी मैजिक में बैठने ही जा रही थी तभी पीछे से किसी ने धक्का दे दिया। मैजिक में बैठे एक युवक ने उसके मुंह पर कुछ रखा जिसके बाद उसे कुछ याद नहीं।

गैंगरेप की धारा बढ़ी : जब उसे होश आया तो उसने खुद को एक निर्जन स्थान पर पाया। उसे महसूस हुआ कि उसके साथ गैंगरेप किया गया है। आरोपितों के रूप में उसने मनीष, महेश व  विजय निवासी बांसपार का नाम लिया। इस पर सजहनवा पुलिस ने छेड़खानी के दर्ज मुकदमे में गैंगरेप की धारा बढ़ा दी है।

…तो शायद ऐसा नहीं होता
पीडि़त छात्रा का कहना है कि उसके साथ छेड़छाड़ करने वालों को पुलिस ने कई बार अभयदान दिया। करीब पांच बार इस मामले में पंचायत कर सुलह कराई गई। मगर आरोपी नहीं सुधरे। छेड़छाड़ का केस दर्ज करने के बाद पुलिस ने यदि उन्हें तत्काल गिरफ्तार कर लिया होता तो यह नौबत नहीं आती।

 
 
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