गणेश चतुर्थी : 10 दिवसीय चतुर्थी महोत्सव पर अबकी नही सजे पंडाल, घरों में विराजे गजानन

कानपुर। भादों मास पर चतुर्थी से 10 दिन तक होने वाले श्रीगणेश महोत्सव पर शनिवार को शहर के लाखों घरों गजानन विराजे। इस दौरान गणपति बप्पा मोरया के जयकारे लगा भक्तों ने कोरोना संकट से रक्षा की प्रार्थना विध्न विनाशक से की। कोरोना संकट के चलते इस बार शहर की सड़कों व गलियों में पंडाल नही लगे।

कानपुर के रतन अपार्टमेंट में घरों में विराजे गणपति की पूजा अर्चना करते भक्त

गणपति से भक्तों ने मांगी कोरोना का संकट करो दूर

शहर में आज से गणपति महोत्सव शुरू हो गया। भक्तों ने गणपति को भले ही बड़े पंडालों में विराजमान करने में असमर्थता। रखी हो लेकिन घरों में पूजन बड़े ही भक्ति भाव से किया। भक्तों ने गणपति को स्थापित स्थापित करने के बाद उनसे कोरोना को जल्द ही समाप्त करने की मन्नत मांगी। आज शहर के गणेश भक्तों ने उन्हें विधिवत पूजन करने के बाद देश में चल रहे संकट को दूर करने क भी मुराद मांगी!

कानपुर के ग्वालटोली में महाराष्ट्र मंडल द्वारा रखे गए गणपति की पूजा अर्चना करती बालिका

रौना काल में भक्तों ने बड़े ही भाव विभोर से गणपति भगवान का आगमन किया। भक्तों ने गणपति भगवान को फूल माला दूर्वा से श्रृंगार किया। मोदक का भोग लगाकर घर में ही प्रसाद वितरण किया। कोरोना के चलते। जिला प्रशासन ने बड़े पंडालों में गणपति भगवान की प्रतिमा को लगाने पर रोक लगा रखी है लेकिन भक्तों के दिल से  वह भक्ति पर रोक नहीं लगा सक बाजारों में। 3 फीट से कम भगवान की मूर्ति खरीदने वालों का  तुला फासला नहीं डिगा सके।  लोगों ने घरों पर भगवान गणेश की स्तुति कर इस संकटकाल को जल्द से जल्द समाप्त करने की गुहार लगाई। 10 दिनों तक चलने वाले इस गणपति उत्सव ने भले ही लोगों की उत्सुकता ज्यादा न दिखाई पड़े लेकिन। भक्ति रस की गंगा घरों पर निरंतर बहती रहेगी।

गणेश चतुर्थी के पावन अवसर पर सनातन मंदिर चेतना सोसाइटी द्वारा सरकार के कोविड १९ के नियमों का पालन करते हुए गणेश सेवा मंदिर काकादेव में गणेश भगवान का अभिषेक एवं सहस्त्रार्चन  किया गया ।यह मंदिर काफी प्राचीन है एवं यहां पर महाराष्ट्र की गणेश उत्सव की पारंपरिक एवं शास्त्रोक्त विधि से बगैर किसी भेदभाव के पूजा अर्चना की जाती है। यहां गणेश जी की काफी मान्यता है ।

कानपुर के शिवाजी नगर में मिट्टी के गणेश जी बनाती महिला

संस्था के सदस्य पूजा अर्चना के बाद काकादेव में मां काली मंदिर भी गए एवं वहां हो रहे कार्यों में सहयोग किया । इस कार्यक्रम में भक्तों के साथ पुजारी पी सुंदरम ,देवेंद्र मिश्रा , प्रबंधक एनके वैद्यनाथन , अनिल पांडे ,प्रमोद शुक्ला ,महेश तिवारी ,दिनेश दुबे ,राजीव अग्निहोत्री आदि उपस्थित रहे।

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