योगी सरकार का सख्त आदेश, अब कार को बार बनाने वालों की खैर नहीं…

ग्रेटर नोएडा वेस्ट फ्लैट बायर्स की लड़ाई लड़ने वाली संस्था नेफोमा की महासचिव रश्मि पाण्डेय ने शुक्रवार को शराब के ठेकों के बाहर खुलेआम गाड़ी में बैठकर शराब पीने की शिकायत की थी. उन्होंने गौतमबुद्धनगर कमिश्नर को ट्वीट करते हुए ग्रेटर नोएडा वेस्ट क्षेत्र में शराब के ठेकों के बाहर खुले स्थान पर गाड़ियों के अंदर शराब पीने वालों की शिकायत की थी. उन्होंने अपने ट्वीट में बताया  कि मार्केट या दुकानों पर आने जाने वाले महिलाओं और बच्चों को इस वजह से असुविधा एवं असुरक्षा झेलनी पड़ती है. साथ ही साथ यदि लोग शराब पीकर गाड़ी चलाएंगे तो संभवतः ऐक्सीडेंट होना स्वाभाविक है. सार्वजनिक स्थानों पर शराब पीना निषेध होना चाहिए.

गौतमबुद्धनगर कमिश्नर आलोक सिंह ने ट्वीट को संज्ञान में लिया. जिसके बाद डीसीपी हरीश चंद्र ने रश्मि पाण्डेय से फोन पर बातचीत की. उन्होंने बताया की मार्केट जाते समय लोग गाड़ियों में बैठ कर ड्रिंक करते रहते है. कई लोग बाहर भी पीते हैं. जिससे आते जाते समय लोगों को असहज महसूस होता है. साथ ही ऐसे लोग ड्रिंक करके गाड़ी तेज भगाते हैं जिससे ऐक्सीडेंट होने की संभावना बढ़ जाती है.

नेफोमा अध्यक्ष अन्नू खान ने बताया कि ग्रेटर नोएडा वेस्ट की सोसाइटियों के बाहर अवैध दुकानें, रेहड़ी पटरी के अतिक्रमण की वजह से क्राइम बढ़ रहा है. दुकानों पर अपराधियों का जमावड़ा  बना रहता है जिससे शाम को घर से बाहर निकलने पर महिलाओं को खासी दिक्कत का सामना करना पड़ता है. 

डीसीपी हरीश चंद्र ने समस्याओं को समझकर तुरंत निर्देश देते हुए ठेकों के बाहर सार्वजनिक स्थलों पर, गाड़ियों के अंदर शराब पीने वाले व्यक्तियों के विरुद्ध कार्रवाई करने का निर्देश दिया है. साथ ही कई लोगों के खिलाफ कार्रवाई की भी गई है. उन्होंने आश्वासन दिया है कि यह गतिविधि आगे भी जारी रहेगी. 

नोएडा में एक शख्स ने कूदकर दी जान 

इधर नोएडा सेक्टर 75 की व्हाइट हाउस सोसाइटी में रहने वाले 70 वर्षीय अश्विनी कुमार गांधी ने सुसाइड कर लिया. अश्वनी कुमार मूलतः चंडीगढ़ के रहने वाले हैं. एक साल पहले ही वह यहां सोसाइटी में फ्लैट लेकर अपनी पत्नी संतोष के साथ रहना शुरू किया था. लेकिन शनिवार को अश्विनी कुमार ने सोसाइटी की सातवीं मंजिल से कूदकर आत्महत्या कर ली.

घटना के बाद उनको घायल अवस्था में अस्पताल में भर्ती कराया गया. जहां पर चिकित्सकों द्वारा उनको मृत घोषित कर दिया गया. अश्वनी कुमार की पत्नी ने बताया कि नोएडा रहने के कारण वो मानसिक रूप से परेशान चल रहे थे. पुलिस ने शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया है. 

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