मुंबई में संजय निरुपम ने बुलाई मीटिंग,‘मुंबई संत-महंत कांग्रेस’ दिया नाम

मुंबई. कांग्रेस पार्टी की हिंदु विरोधी छवि को बदलने में जुटे मुंबई कांग्रेस के अध्यक्ष संजय निरुपम ने पार्टी में संत-महंत प्रकोष्ठ बनाने के बाद अब रविवार को साधु-संतों की बैठक बुलाई है। हालांकि पार्टी के वरिष्ठ नेता कांग्रेस में इस तरह के प्रकोष्ठ बनाए जाने पर खुल कर बोलने से बच रहे हैं। पार्टी प्रभारी मोहन प्रकाश का कहना है कि अभी तक इस तरह का प्रकोष्ठ बनाने के लिए पार्टी हाईकमान ने कोई फैसला नहीं लिया है। हालांकि निरूपम ने साधु-संतों की समस्याओं के समाधान के लिए उनकी बैठक बुलाने की जानकारी हमें दी है।
मुंबई में संजय निरुपम ने बुलाई मीटिंग,‘मुंबई संत-महंत कांग्रेस’ दिया नाम
 
शनिवार को मुंबई कांग्रेस की तरफ से जारी प्रेस विज्ञप्ति के अनुसार मुंबई कांग्रेस अध्यक्ष संजय निरुपम के नेतृत्व में मुंबई कांग्रेस की तरफ से संत समाज के लिए एक संगठन तैयार किया गया है, जिसका नाम मुंबई संत-महंत कांग्रेस रखा गया है। शुक्रवार को मुंबई आए कांग्रेस महासचिव व पार्टी के महाराष्ट्र प्रभारी मोहन प्रकाश से पार्टी के कई वरिष्ठ नेताओं ने धर्मनिरपेक्ष राजनीतिक दल में इस तरह का प्रकोष्ठ बनाए जाने पर नाराजगी जताई थी।

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अभी पार्टी की अनुमति नहीं : प्रकाश
शनिवार को ‘दैनिक भास्कर’ से बातचीत में मोहन प्रकाश ने कहा कि निरूपम ने इस संबंध में चर्चा की थी। लेकिन पार्टी में इस तरह का प्रकोष्ठ बनाए जाने पर अभी कोई फैसला नहीं हुआ है। मोहन प्रकाश ने कहा कि निरूपम ने साधु-संतों की एक बैठक बुलाने की बात कही थी। यह पूछे जाने पर कि क्या प्रदेश कांग्रेस में भी इस तरह का सेल बनाया जाएगा? इस पर मोहन प्रकाश सीधा जवाब देने से बचते नजर आए। प्रदेश कांग्रेस के एक वरिष्ठ नेता ने कहा कि दरअसल शिवसेना से आए निरूपम वहां की विचारधारा कांग्रेस पर थोपना चाहते हैं।
 
मोहन प्रकाश की शह पर निरुपम की तानाशाही
पार्टी सूत्रों के मुताबिक मोहन प्रकाश के संरक्षण के चलते निरूपम पार्टी में मनमानी कर रहे हैं, जिसके चलते पूर्व केंद्रीय मंत्री गुरुदास कामत जैसे नेता ने भी पद से इस्तीफा देकर खुद को पार्टी से अलग कर लिया और अब उनके समर्थक एक-एक करके भाजपा का दामन थाम रहे हैं। सूत्रों के अनुसार निरूपम की तानाशाही के चलते जल्द ही पार्टी के कई और वरिष्ठ नेता कांग्रेस छोड़ने वाले हैं।
“ कांग्रेस सर्वधर्म समभाव वाली पार्टी है। पार्टी में इस तरह का सेल बनाने की बात करना पागलपन है।”
-कृपाशंकर सिंह, पूर्व अध्यक्ष: मुंबई कांग्रेस
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