जम्मू-कश्मीर: स्वतंत्रता दिवस को लेकर सेना की तैयारियां पूरी
जम्मू कश्मीर समेत देशभर में किसी भी आतंकी हमले को नाकाम करने के लिए सेना ने कमर कस ली है। आतंकी हमले को लेकर इंटेलीजेंस इनपुट मिलने के बाद केंद्र सरकार ने दिल्ली में एक हाई लेवल मीटिंग बुलाई थी। इस मीटिंग के बाद घाटी में सेना की 100 कंपनियों को और भेजने का निर्णय लिया गया। ये कंपनी घाटी जा भी चुकी है।
इस फैसले के बाद अफवाह फैलाई गई कि केंद्र सरकार जम्मू कश्मीर से धारा 370 और 35ए को हटाने का निर्णय लेने वाली है। फैसले के बाद घाटी में कुछ राजनीतिक दल और अलगाववादी संगठन कानून व्यवस्था बिगाड़ सकते हैं इसलिए इतनी भारी संख्या में सेना की टुकड़ी जम्मू कश्मीर भेजी गई है। सेना के सूत्रों के अनुसार ऐसा कुछ भी नहीं है, लोगों में भ्रम फैलाया जा रहा है। सेना 15 अगस्त को किसी भी आतंकी हमलों को नाकाम करने के लिए अपनी तैयारी हर बार करती है।
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नेशनल इनवेस्टिगेटिव एजेंसी (एनआईए) ने टेरर फंडिंग को लेकर जो खुलासे और कार्रवाई की है उससे पाकिस्तान में बैठे आतंकियों के आकाओं की कमर टूट गई है। घाटी में आतंकी घटनाओं पर लगाम लगी है। बता दें कि, पिछले कुछ दिनों में इसमें काफी कमी आई है। इससे आतंकियों के स्लीपर सेल को खासा नुकसान हुआ है। ऐसे में आतंकी कुछ हरकत कर सकते हैं इसलिए सेना उन्हें मुंहतोड़ जवाब देने के लिए कमर कस चुकी है। हाल के दिनों में देखा जाए तो घाटी में पत्थरबाजी में कमी आई है। इसके साथ ही टूरिस्ट भी अब पहले से ज्यादा घाटी आ रहे हैं। घाटी में रौनक बढ़ रही है और होटल्स भी फुल चल रहे हैं। अमरनाथ यात्रियों की संख्या में भी वृद्धि हुई है। ऐसे में पाकिस्तान समर्थक ये आतंकी कुछ हरकत करें उससे पहले सेना अपनी तैयारी पूरी करके बैठी है।