कही आपको भी तो नहीं हैं पेट के बल सोने की आदत…

कई लोगों को पेट के बल सोने की आदत होती है. वे जब तक पेट के बल नहीं लेटते हैं उन्हें नींद आती है. लेकिन क्या आप जानते हैं इसके कई साइड इफैक्ट्स होते हैं. स्वस्थ रहने के लिए सही पोजिशन में सोना बेहद जरूरी होता है. हम सभी जानते हैं अगर हम सही तरह से सोते नहीं हैं तो इससे हमारे स्वास्थ्य पर बुरा प्रभाव पड़ता है.कही आपको भी तो नहीं हैं पेट के बल सोने की आदत...

आज हम आपको बताने जा रहे हैं पेट के बल सोने से दुष्प्रभाव, जिसके कारण आपको कई समस्याएं पैदा होती हैं और आपको पता भी नहीं चलता.

पेट के बल सोने से पीठ पर बुरा प्रभाव पड़ता है. इससे जोड़ों में दर्द, गर्द और पीठ में दर्द रहता है. पूरे आठ घंटे सोने के बावजूद आप अगले दिन थकावट महसूस करते हैं तो उसका कारण पेट के बल सोना है. पेट के बल सोने से पीठ पर बुरा प्रभाव पड़ता है. इससे जोड़ों में दर्द, गर्द और पीठ में दर्द रहता है. पूरे आठ घंटे सोने के बावजूद आप अगले दिन थकावट महसूस करते हैं तो उसका कारण पेट के बल सोना है.
पेट के बल सोने से पीठ पर बुरा प्रभाव पड़ता है. इससे जोड़ों में दर्द, गर्द और पीठ में दर्द रहता है. पूरे आठ घंटे सोने के बावजूद आप अगले दिन थकावट महसूस करते हैं तो उसका कारण पेट के बल सोना है.

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गर्दन में दर्द रहना भी इसका एक कारण है. पेट के बल सोने की वजह से आपका सिर और स्पाइन एक सीध में नहीं रहती है जिसकी वजह से गर्दन में दर्द होता है.

पेट के बल सोने से स्पाइन पर खिंचाव पड़ता है. जब आप पेट के बल सोते हैं तो आपके शरीर का ज्यादातर वजन आपकी बीच की बॉडी पर पड़ता है जिसके कारण सोते समय स्पाइन पोजिशन को बनाए रखना मुश्किल हो जाता है.

पेट के बल सोने से सिरदर्द की समस्या भी रहती है. जब आप पेट के बल सोते हैं तो गर्दन के मुड़ जाने से सिर तक ब्लड पूरी तरह नहीं पहुंच पाता है जिसकी वजह से सिरदर्द की समस्या रहती है.

रात में जब आप पेट के बल सोते हैं तो खाना सही ढंग से पच नहीं पाता है. पाचन क्रिया पूरी तरह से काम नहीं कर पाती है जिसके कारण पेट में दर्द की शिकायत रहने लगती है. कोशिश करें हमेशा बांई करवट लेकर सोएं.

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