WHO की बड़ी चेतावनी: ऐसे लोगों को है कोरोना का सबसे ज्यादा खतरा…

देश में कोरोना का संक्रमण काफी तेजी से फैल रहा है। स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक, पिछले 24 घंटे में एक लाख से अधिक कोरोना के मामले सामने आए हैं और हर दिन यह आंकड़ा बढ़ता ही जा रहा है, जो काफी चिंता की बात है। हालांकि इस बीच देश में कोरोना के खिलाफ टीकाकरण अभियान भी काफी तेजी से चल रहा है और हर दिन लाखों लोगों को टीका लगाया जा रहा है। स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि अब तक सात करोड़ 91 लाख से अधिक लोगों को कोरोना का टीका लगाया जा चुका है।

कोविड के इस दौर में जो हृदय के मरीज हैं, उन्हें किस बात का ख्याल रखना चाहिए? 
दिल्ली स्थित मैक्स अस्पताल के डॉ. मनोज कुमार कहते हैं, ‘कोई भी कोमोरबिडिटी हो, हृदय रोग हो, शुगर हो, ब्लड प्रेशर हो या रेस्पिरेटरी इलनेस (सांस की बीमारी), ऐसे लोगों में कोविड का खतरा ज्यादा होता है। खासकर जो हृदय मरीज हैं, उनपर भी यह आमलोगों से अधिक असर करता है। ऐसे मरीजों से अनुरोध है कि आपकी जो पहली दवाइयां हैं, उनको लेते रहें। आपके डॉक्टर ने आपको जो भी प्रिकॉशन्स (एहतियात) लेने के लिए कहे हैं, उनका ख्याल रखें।’ 

अगर किसी को बुखार है और उसे इसका कारण नहीं पता है, तो क्या उसे टीकाकरण करवाना चाहिए? 
डॉ. मनोज कुमार कहते हैं, ‘अगर आपको बुखार है तो वैक्सीन लगवाने से पहले अपना कोविड टेस्ट जरूर करवाएं। नॉर्मल (सामान्य) वायरल फ्लू भी है तो उससे रिकवर होने के बाद ही टीकाकरण करवाएं। इसके साथ ध्यान रखें कि टीकाकरण करवाने के बाद भी आपको कोविड एप्रोप्रियेट बिहेवियर (कोरोना से बचने के उपाय) का पालन करना है। मास्क लगाना है, हाथों को लगातार सैनिटाइज करना है और भीड़ वाली जगह नहीं जाना है।’ 

कोविड की इस जंग में आमजन की कितनी भागीदारी है?
डॉ. मनोज कुमार कहते हैं, ‘कोरोना महामारी की इस पूरी लड़ाई में आमजन की सबसे बड़ी भागीदारी है। हम नियम बना सकते हैं या दिशा-निर्देश जारी कर सकते हैं, लेकिन निभाना तो केवल जनता को ही है। पीएम मोदी ने भी खुद कहा है कि जब तक लोगों की भागीदारी नहीं होगी, तब तक इस जंग से नहीं जीत पाएंगे। कोविड एप्रोप्रियेट बिहेवियर (कोरोना से बचने के उपाय) का पालन भी आप अपने लिए ही करेंगे। अगर आपको कोई भी लक्षण दिखता है तो तुरंत जांच करवाएं और खुद को क्वारंटीन करें।’  

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