WHO ने बताया कोरोना वायरस को रोकने के लिए ये चार जरूरी बाते…

कोरोना वायरस के बढ़ते मामलों के बीच दुनियाभर के लोगों को इसकी एक कारगर और सुरक्षित वैक्सीन का इंतजार है। कई देशों में वैक्सीन विकसित की जा रही है। विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) को उम्मीद है कि इस साल के अंत तक या अगले साल की शुरुआत में हमारे पास एक शानदार वैक्सीन उपलब्ध होगी। वैक्सीन उपलब्ध कराने के बाद दुनियाभर के देशों में इसका वितरण बड़ी चुनौती होगी। इसके लिए कोवैक्स फैसिलिटी समेत कई तरह के कार्यक्रम डिजाइन किए गए हैं। हालांकि डब्ल्यूएचओ प्रमुख टेड्रोस अधनोम ग्रेबेसियस का कहना है कि हम सभी को सुरक्षित और कारगर वैक्सीन उपलब्ध कराने की कोशिश करेंगे लेकिन हम केवल वैक्सीन के इंतजार में नहीं बैठ सकते। फिलहाल जो भी साधन हमारे हाथ में है, उससे लोगों की जिंदगी बचाने की कोशिश करनी चाहिए। 

डब्ल्यूएचओ प्रमुख ने कहा कि कोरोना महामारी ने दुनिया की स्वास्थ्य प्रणालियों, सामाजिक स्थिति और अर्थव्यवस्था को उलझा कर रख दिया है। हर जगह इसके मामले बढ़ रहे हैं और सभी देशों को सावधान रहने की जरूरत है। लोगों को यह नहीं भूलना चाहिए कि वायरस  हमारे आसपास ही है और खतरा बना हुआ है। उन्होंने कोरोना वायरस संक्रमण रोकने के लिए सभी देशों से चार प्रमुख चीजों पर ध्यान देने को कहा है। आइए जानते हैं, क्या हैं वे चार कदम: 

भीड़-भाड़ को रोकना जरूरी
डब्ल्यूएचओ प्रमुख का कहना है कि सभी देशों को अपने यहां धार्मिक स्थल, खेल स्टेडियम, नाइट क्लब जैसी भीड़-भाड़ वाली जगहों पर लोगों को एक साथ जमा होने से रोकना चाहिए। भीड़ की वजह से संक्रमण आसानी से फैल सकता है। 

सार्वजनिक स्वास्थ्य 
उनका कहना है कि सभी लोगों की सेहत को ध्यान में रखते हुए सार्वजनिक स्वास्थ्य सुविधाओं पर ध्यान देना और उन्हें मजबूत करना अहम जिम्मेदारी है। कोरोना के मामलों की पहचान करना, जांच करना, मरीज का आइसोलेशन और संपर्क में आए लोगों को ढूंढ कर जरूरी कदम उठाना पहली प्राथमिकता होनी चाहिए। 

लोगों को जागरूक करें
डब्ल्यूएचओ का इस बात पर जोर है कि ज्यादा से ज्यादा लोगों को कोरोना संबंधी सावधानियों के बारे में जागरूक्को किया जाए। लोगों को सोशल डिस्टेंसिंग, हाथों की साफ—सफाई, मास्क के इस्तेमाल के बारे में जागरूक करने से महामारी नियंत्रण में मदद मिलेगी।

बीमार लोगों का ख्याल रखना जरूरी
डब्ल्यूएचओ के मुताबिक, हमें अपने घर में बुजुर्गों और बीमार लोगों का ख्याल रखना चाहिए, ताकि कोरोना संकट के इस दौर में स्वास्थ्य व्यवस्था पर अनावश्यक बोझ न बढ़े और लोगों की जान भी बचाई जा सके। 
डब्ल्यूएचओ प्रमुख ने कहा, इन चार चीजों को लागू करने से कोरोना संक्रमण पर नियंत्रण होगा और देश में लॉकडाउन की जरूरत नहीं पड़ेगी। 

भारत के इस कदम की तारीफ की
डब्ल्यूएचओ प्रमुख ने कोरोना से निपटने के लिए डिजिटल तकनीक की भूमिका को अहम बताया। भारत के आरोग्य सेतु एप की तारीफ करते हुए उन्होंने कहा कि इस एप को 15 करोड़ से ज्यादा लोगों ने डाउनलोड किया है।
इस एप के उपयोगकर्ताओं को कोरोना हॉटस्पॉट क्षेत्रों के बारे में चेतावनी मिली है। यह एप लोगों को कोरोना जांच कराने, रिजल्ट देने और मामलों को ट्रैक करने की सुविधा देता है। इस एप से देश की स्वास्थ्य व्यवस्था को मजबूती मिली है। 

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