पीछे की जेब में रखते हो बटुआ तो संभल जाओ बबुआ

हम सभी लोगों की कुछ ना कुछ आदतें होती हैं। इनमें से कुछ आदतें ऐसी भी होती हैं, जो हमें नुकसान पहुंचाती हैं। हालांकि अधिकांश लोगों को इस बारे में पता नहीं होता है। जो लोग ऑफिस जाते हैं, उन्हें आमतौर पर कई घंटों तक एक ही जगह पर बैठे रहना पड़ता है। हम सभी जानते हैं कि लगातार घंटों बैठे रहने से शरीर पर कई तरह के प्रभाव पड़ते हैं।
घंटों बैठे रहने की तरह ही पॉकेट में वॉलेट रखना भी बहुत आम आदत है। महिलाएं तो फिर भी पर्स साथ रख लेती हैं, मगर पुरुष तो पेंट की जेब में ही बटुआ रखते हैं। अब जो पुरुष साइड पॉकेट में वॉलेट रखते हैं, उनका तो ठीक है लेकिन जिन पुरुषों को जींस-पेंट के पिछले पॉकेट में वॉलेट रखने की आदत होती है, उन्हें अपनी यह छोटी सी आदत भी भारी पड़ सकती है।
ऐसा हम नहीं बल्कि कुछ रिसर्च कहते हैं। आज बात इसी विषय की। ज़रा ध्यान से पढ़ना। बातें आपके काम की हैं।
सबसे बड़ा खतरा

हमारे यहां पब्लिक प्लेस या ट्रांसपोर्ट में यूं ही ‘जेब कतरों से सावधान’ नहीं लिखा जाता है। पीछे की पॉकेट में रखा वॉलेट कब गायब हो जाता है, पता ही नहीं चलता। अब इस नुकसान के बारे में तो आपको पता ही है। हम स्वास्थ्य से जुड़े नुकसानों के बारे में बात करते हैं।
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दो प्रमुख प्रभाव

पीछे के पॉकेट में वॉलेट रख लेने मात्र से नहीं बल्कि वॉलेट रखकर बैठना मुख्य समस्या है। बैक पॉकेट में वॉलेट रखने से पोस्चर तो बिगड़ता ही है। यह आपके शरीर के पिछले हिस्से लिए भी ठीक नहीं होता है।
हिप्स पर पड़ता है प्रभाव

एक जेब में वॉलेट रखकर बैठने से बैलेंस बिगड़ता है और कूल्हों और पेल्विस का आकार खराब होता है। एक हिप के दूसरे से ऊपर होने की वजह से कमर और पीठ के साथ ही गर्दन पर भी असर पड़ता है। इस वजह से कमर और गर्दन से जुड़ी कई तरह की समस्याएं होती हैं।