कसम पूरी होते ही विधायक खब्बू ने की शादी

नेताजी ने शादी कर ही ली लेकिन अपनी कसम पूरी होने के बाद. नेताजी ने विधायक बनने तक कुंवारे रहने की भीष्म प्रतिज्ञा कर ली थी. दो-दो बार चुनाव लड़े लेकिन जीत नसीब नहीं हुई, तीसरी बार तो नेताजी ने बाजी मार ही ली.

नेताजी की बैंड बजवाने और बाराती बनने के लिए लोगों ने वोटों की बारिश कर दी. नेताजी चुनाव जीत कर एमएलए बन गए. विधायक बनने के साल भर बाद उन्होंने शादी कर ली है. वो भी चुपके-चुपके एक मंदिर में.

किसी को कानों कान खबर तक नहीं हुई लेकिन अब 2 जून को अयोध्या में भव्य रिसेप्शन की तैयारी है.

इंद्र प्रताप तिवारी का प्रताप यूपी की सभी बड़ी पार्टियों को मिल चुका है. इस बाहुबली नेता को लोग खब्बू तिवारी के नाम से जानते हैं. कभी वे मुलायम सिंह के करीबी रहे तो कभी मायावती के साथ रहे लेकिन खब्बू को जीत मिली बीजेपी के आशीर्वाद से.

फैज़ाबाद ज़िले की गोसाईगंज सीट पर चुनाव की बड़ी चर्चा रही. केंद्रीय मंत्री और अपना दल की अध्यक्ष अनुप्रिया पटेल ने प्रचार में कहा,”आप लोग चाहते है कि खब्बू तिवारी जी शादी करें तो उन्हें चुनाव जिताना पडेगा, ये मेरे छोटे भाई हैं.”

बड़ी घटना: UP में सपा सभासद के बेटे की बेरहमी से की हत्या, परिजनों ने जाम किया लखनऊ-बनारस हाइवे

ये बात जंगल में आग की तरह फ़ैल गई. इलाके में नारे लगने लगे “खब्बू तिवारी को जिताएंगे, बैंड, बाजा और बाराती ले जाएंगे.” चुनाव में ऐसा ही हुआ. खब्बू तिवारी ने समाजवादी पार्टी के बाहुबली एमएलए अभय सिंह को हरा दिया.

विधायक बनने के साल भर बाद उन्होंने गोंडा की आरती तिवारी से शादी कर ली. शादी मंदिर में हुई और सिर्फ करीबी रिश्तेदारों को ही बुलाया गया. विधायक खब्बू तिवारी की पत्नी आरती हाउसवाईफ हैं. अब अयोध्या में भव्य प्रीतिभोज हो रहा है जिसमें यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ से लेकर फैज़ाबाद के डीएम तक को बुलाया गया है.

खब्बू तिवारी ने पहली बार अयोध्या से 2007 में विधान सभा का चुनाव लड़ा था. उन दिनों वे मुलायम सिंह यादव के करीबी हुआ करते थे. समाजवादी पार्टी के टिकट पर खब्बू चुनाव लड़े और बीजेपी के लल्लू सिंह से हार गए. लल्लू सिंह अब फैज़ाबाद से बीजेपी के सांसद हैं. मुलायम सिंह के बाद खब्बू मायावती के कैम्प में चले गए. 2012 का विधानसभा चुनाव वे बीएसपी टिकट पर लड़े लेकिन जीत उनसे दूर ही रही.

Back to top button