देश-विदेश में नाम रोशन करने वाली प्रदेश की प्रतिभाओं को मिलेगा यूपी गौरव सम्‍मान

यूपी वास्‍तव में देश का ह्रदय है। प्रदेश के प्रतिभाशाली लोगों ने इसे अलग पहचान दिलाने का काम किया है। देश व दुनिया में यूपी का नाम रोशन करने वाली ऐसी प्रतिभाओं को अब प्रदेश सरकार उत्‍तर प्रदेश गौरव सम्‍मान से नवाजेगी। मुख्‍य सचिव की अध्‍यक्षता में गठित समिति इनका चयन करेगी। इसमें टेक्‍नोलॉजी, संस्‍कृति, खेल व अन्‍य क्षेत्रों के तीन से पांच व्‍यक्तियों को यह सम्‍मान दिया जाएगा। यह बात मुख्‍यमंत्री योगी आदित्‍यनाथ ने रविवार को अवध शिल्‍प ग्राम में आयोजित यूपी दिवस के चौथे संस्‍करण का शुभारंभ करते हुए कही। मुख्‍यमंत्री ने कहा कि इस सम्‍मान को इसी साल से शुरू किया जाएगा।

मुख्‍यमंत्री ने कहा कि अब प्रदेश के युवाओं को प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी के लिए प्रदेश के बाहर जाना नहीं पड़ेगा। सरकार की ओर से छात्रों के लिए 18 मंडलों में निशुल्‍क अभ्युदय कोचिंग की शुरूआत की जा रही है। मुख्‍यमंत्री ने इस मौके पर दुग्‍ध उत्‍पादन, गोपालन, खेलकूद समेत अलग क्षेत्रों में उत्‍कृष्‍ट कार्य करने वाली प्रतिभाओं का सम्‍मानित भी किया। खेलकूद में महिलाओं को रानी लक्ष्‍मीबाई व युवाओं को लक्ष्‍मण अवार्ड से नवाजा गया।

मुख्‍यमंत्री योगी आदित्‍यनाथ ने कहा कि भारत की संस्‍कृति, सभ्‍यता व स्‍वाधीनता आंदोलन का केन्‍द्र भी यूपी ही रहा है। देश के विकास में यूपी ने अग्रणी भूमिका के साथ कार्य किया है। सीएम ने कहा कि उत्‍तर प्रदेश अपनी स्‍थापना के बाद से यूपी अपने कार्यक्रमों व योजनाओं से अपने नागरिकों को जोड़ने में विफल रहा है। जब समाज के जिम्‍मेदार लोगों के सामने अपनी परंपरा व संस्‍कृति के प्रति गौरव की अनुभूति का भाव नहीं होता, कुछ कर गुजरने की उत्‍सुकता नहीं होती तो समाज एक भ्रम की स्थिति में आ जाता है। इस भ्रम की स्थिति ने 70 सालों में प्रदेश को भटकाव की स्थिति में पहुंचा दिया था।
जनता के समर्थन के बाद 2017 में भाजपा नेतृत्‍व की सरकार बनने के बाद यूपी को इस भटकाव से निकालने का काम किया गया। सरकार के बनने के बाद प्रदेश के राज्‍यपाल ने एक प्रस्‍ताव रखा था। उन्‍होंने कहा कि देश के अधिकांश राज्‍य अपना स्‍थापना दिवस पूरी भव्‍यता से मनाते हैं। इस दौरान कार्यक्रमों के साथ वह अपनी योजनाएं जनता के सामने रखते हैं, क्‍या यूपी ऐसा कर पाएगा। राज्‍यपाल के प्रस्‍ताव को मैने अपनी कैबिनेट के सामने प्रस्‍तुत किया, जिसे सहर्ष स्‍वीकार किया गया।

ओडीओपी की हुई शुरूआत

24 जनवरी 2018 को यूपी स्‍थापना दिवस का पहला कार्यक्रम यहां पर आयोजित किया गया। इसमें यूपी की एक अभिनव योजना एक जनपद, एक उत्‍पाद की शुरूआत की गई। जो देश की सबसे लोकप्रिय योजना में से एक है। मुख्‍यमंत्री ने कहा कि आत्‍मनिर्भरत भारत का आधार बनने का जज्‍बा रखने वाला यह आयोजन देश के यूनियन बजट में भी अपना स्‍थाना रखता है। उन्‍होंने कहा कि ओडीओपी योजना की प्रधानमंत्री नरेन्‍द्र मोदी ने भी जमकर सराहना की है। पहले स्‍थापना दिवस पर ही देश के पहले इवेस्‍टर समिट के माध्‍यम से रोजगार व निवेश को आगे बढ़ाने का काम किया गया। एमएसएमई विभाग ने विश्‍वकर्मा श्रम सम्‍मान, माटी कला बोर्ड जैसी अभिनव योजनाओं को आगे बढ़ाया। प्रधानमंत्री की वोकल फॉर लोकल परिकल्‍पना को साकार करने का काम कर रहे हैं। टूलकिट वितरण के जरिए ओडीआपी उत्‍पाद के उद्यम से जुड़े लोगों को सम्‍मानित किया गया। खादी एवं ग्रामोद्योग विभाग के द्वारा इलेक्ट्रिक चाक, सोलर चाक के साथ उन्‍हें नई डिजाइन के साथ जोड़ा गया।

दूसरे स्‍थापना दिवस पर ग्रामीण व शहरी क्षेत्रों में रहने वाले हस्‍तशिल्पियों व कामगारों की स्किल को मान्‍यता देने के साथ आगे बढ़ाने का काम शुरू किया गया। उनके लिए विश्‍वकर्मा श्रम सम्‍मान योजना को लागू किया गया। इसमें बहुत सारे ग्रामीण पृष्‍ठभूमि के कामगारों को नि:शुल्‍के टूल किट उपलब्‍ध कराई गई। यूपी दिवस के तीसरे संस्‍करण पर अटल आवासीय विद्यालयों की श्रृंखला को खड़ा किया गया। प्रदेश के रजिर्स्‍टड श्रमिक व अनाथ बच्‍चों के लिए मंडल स्‍तर पर आवसीय विद्यालय बनाए जा रहे है। प्रदेश के 18 मंडलों में आवासीय विद्यालय बन कर तैयार हो रहे हैं। नए सत्र में इसे दाखिले होंगे। अब प्रदेश का कोई भी बालक व बालिका अपने को अनाथ नहीं समझेगा।

यूपी की प्रतिभाओं को मिला सम्‍मान

सीएम योगी आदित्‍यनाथ ने कहा कि इस स्‍थापना दिवस पर देश व विदेश में यूपी का नाम रोशन करने वाली अनेक प्रतिभाओं को सम्‍मानित किया गया है। उन्‍होंने कहा विगत 10 -11 महीनों से देश व दुनिया कोरोना का सामना कर रही है। प्रधानमंत्री के नेतृत्‍व में उत्‍तर प्रदेश सफलतापूर्वक इस वैश्‍विक बीमारी से लड़ रहा है। प्रदेश प्रधानमंत्री के जान भी, जहान भी मंत्र को आत्‍मसात करते हुए आगे बढ़ने का काम कर रहा है। इस काल खंड में इन प्रतिभाओं को सम्‍मानित करते हुए मुझे गौरव की अनूभूति हो रही है। यूपी दिवस पर खेल के क्षेत्र में महिलाओं को रानी लक्ष्‍मीबाई पुरूस्‍कार व युवाओं को लक्ष्‍मण पुरस्‍कार दिया गया है। प्रदेश के खिलडि़यों ने देश व दुनिया में यूपी का नाम रोशन किया है। युवा कल्‍याण विभाग की ओर से विवेकानंद यूथ अवार्ड, युवक मंगल महिला दल को सम्‍मान दिया गया। मिशन शक्ति के रूप में प्रदेश में जो कार्यक्रम चल रहे है। इन कार्यक्रमों की श्रंखला में उसकी एक लघु झांकी बालिकाओं ने यहां प्रस्‍तुत की। दिव्‍यांगजनों ने अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन किया जो अदभुत है। इस मौके पर दुग्‍ध विकास विभाग ने गोकुल अवार्ड देकर गौ पालकों को सम्‍मानित किया। कृषि विभाग की ओर कृषि पालकों को सम्‍मानित किया गया। समाज कल्‍याण विभाग ने 1 लाख 43 हजार 929 बच्‍चों की स्‍कालरशिप आज जारी की है।

यूपी की कानून व्‍यवस्‍था दूसरों के लिए उदाहरण

मुख्‍यमंत्री ने कहा कि यूपी नए बदलाव के मोड़ पर है। अब यूपी देश के अंदर अपनी बेहतर कानून व्‍यवस्‍था के रूप में जाना जाता है। दूसरे राज्‍य यूपी के मॉडल को अपनाना चाहते हैं। इस जज्‍बे से प्रदेश में बदलाव आया है। प्रदेश में पेशेवर अपराधियों व माफियों पर लगाम कसी गई, साथ ही खानदानी माफियाओं पर भी लगाम कसने काम प्रदेश सरकार ने किया है। प्रदेश की 24 करोड़ जनता की सुरक्षा सरकार की प्रतिबद्धता है। अपराध पर नियंत्रण के चलते प्रदेश में निवेश बढ़ा है।

प्रदेश में रोजगार की असीम संभावनाएं

सीएम योगी ने कहा कि प्रदेश में रोजगार की असीम संभावनाएं मौजूद है। सरकार ने 4 लाख युवाओं को रोजगार उपलब्‍ध कराया है। 15 लाख को निजी क्षेत्र में रोजगार मुहैया कराया गया। डेढ़ करोड़ युवाओं को निवेश के जरिए जोड़ा कर रोजगार उपलब्‍ध कराया गया जबकि 15 करोड़ युवाओं को स्‍वरोजगार के तहत केन्‍द्र व प्रदेश की योजनाओं के साथ जोड़ा गया है। प्रधानमंत्री के आत्‍मनिर्भर भारत के मंत्र को यूपी प्रतिबद्धता से पूरा कर रहा है। यूपी ने कृषि, खादान्‍न समेत हर क्षेत्र में आत्‍मनिर्भरता हासिल की है। पेयजल के क्षेत्र में बुंदेलखंड व विंध्‍य को अभिशाप मना जाता था। वहां हर घर नल परियोजना काम करती नजर आ रही है। तीन वर्षो में गन्‍ना किसानों को रिकार्ड भुगतान किया गया। यूपी हर क्षेत्र में आगे बढ़ाता हुआ नजर आ रहा है।

वैश्विक मंच पर छाया कुंभ

मुख्‍यमंत्री ने कहा कि पर्यटन व संस्‍कृति के क्षेत्र में असीम संभावना है। धर्मिक स्‍थलों का सौर्न्‍दीकरण कर उनको नई पहचान दी गई है। वहीं, वैश्विक मंच पर कुंभ आयोजन ने अपनी अलग पहचान बनाई है। पहले कुंभ अव्‍यवस्‍था, गंदगी व भगदड़ के रूप में जाना जाता था लेकिन अब स्‍वच्‍छता, बेहतर प्रबंधन के लिए जाना जाता है। यही वजह है कि यूनिस्‍कों जैसी संस्‍था को इसे मान्‍यता देने पर मजबूर होना पड़ा । पीएम के नेतृत्‍व में कुंभ का एतिहासिक आयोजन पूरा हो सका। सीमए ने कहा कि प्रदेश के अंदर लोगों में हर क्षेत्र में काम करने का जज्‍बा बढ़ा है।

यूपी ने पेश किया कोरोना का बेहतरीन मॉडल

मुख्‍यमंत्री ने कहा कि 24 करोड़ की आबादी होने के बाद भी यूपी ने कोरोना का बेहतरीन मॉडल देश के सामने प्रस्‍तुत किया है। हमारी सरकार ने विपरीत परिस्ति‍थयों में टीम वर्क के माध्‍यम से कोरोना संक्रमण की रोकथाम के लिए काम किया। कांटैक्‍ट ट्रेसिंग के जरिए कोरोना संक्रमण की रफ्तार रोकी गई। डब्‍लूएचओ ने भी यूपी के कोरोना प्रबंधन को दूसरे राज्‍यों के अनुकरणीय बताया। उन्‍होंने कहा कि टीम वर्क के जरिए हर आपदा से मुकाबला करने का काम किया जाएगा।

भारत की वैक्‍सीन दूसरे देशों के लिए संजीवनी

मुख्‍यमंत्री ने कहा कि जब कोरोना शुरू हुआ तो लॉकडाउन उस समय की जरूरत थी। जिससे देश को बचाया जा सका। अब कोरोना वैक्‍सीन आ चुकी है। एक लाख से अधिक हेल्‍थ वर्करों का वैक्‍सीन दी जा चुकी है। अब कोरोना वारियर्स को वैक्‍सीन दी जाएगी। उन्‍होंने कहा कि भारत की वैक्‍सीन दूसरे देशों के नागरिकों के लिए संजीवनी साबि‍त हो रही है। ब्राजील के प्रधानमंत्री ने पीएम नरेन्‍द्र मोदी की तारीफ की। उन्‍होंने भगवान हनुमान की मूर्ति हाथ में लेकर भारत की कोरोना वैक्‍सीन की तुलना संजीवनी बूटी से की है। नेपाल, भूटान, मारिशस व बंगला देश को वैक्‍सीन देकर वहां के लोगों की जान बचाने का काम भारत कर रहा है। कोरोना वैक्‍सीनेशन संक्रमण से बचाने का कार्यक्रम है। इससे आमजन की दिनचर्या फिर से पटरी पर आई है। सीएम ने कहा कि प्रदेश के अंदर अनेक क्षेत्रों में कुछ नया देखने को मिल रहा है। वृद्ध पेंशन , निराश्रित महिला पेंशन, दिव्‍यांगजनों को पेंशन मिल रही है। प्रदेश के विकास के साथ हर व्‍यक्ति सम्‍मान मिल रहा है।

श्रामिकों को सुरक्षा चक्र प्रदान करेगी सरकार

सीएम योगी आदित्‍यनाथ ने कहा कि कोरोना संक्रमण के बाद प्रवासी कामगार प्रदेश की तरफ रूख किया। इस दौरान 40 लाख कामगार प्रदेश में आए। सरकार ने उनके खाने व रहने की व्‍यवस्‍था की । श्रामिकों को रोजगार उपलब्‍ध कराने के लिए रोजगार सेवायोजन आयोग का गठन किया गया ताकि उनको आर्थिक सुरक्षा दी जा सके। सीमए ने कहा कि प्रदेश का कोई भी कामगार व श्रमिक देश व विदेश कहीं से भी इस पोर्टल पर रजिस्‍ट्रेशन करेगा तो आपदा के समय सामाजिक व आर्थिक सुरक्षा चक्र प्रदान किया जाएगा।

प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए अभ्‍योदय कोचिंग

मुख्‍यमंत्री ने कहा कि बड़ी संख्‍या में प्रदेश के छात्र प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी के लिए कोटा जाते है। लॉकडाउन के दौरान तीस हजार युवाओं को सुरक्षित उनके घर पहुंचाया था। तब सरकार ने कहा था कि आने वाले समय में युवाओं को प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी के लिए प्रदेश के बाहर जाना नहीं पड़ेगा। प्रदेश सरकार बसंत पंचमी पर छात्रों के लिए नि:शुल्‍क कोचिंग अभ्‍योदय शुरू करने शुरू जा रही है। पहले चरण में 18 मंडलों में शुरू की जाएगी। प्रदेश के अधिकारीगण भी कोचिंग में जाकर छात्रों का मार्ग दर्शन करेंगे। यहां पर विषय विशेषज्ञों को भी तैनात किया जाएगा। इसके लिए विश्‍वविद्यालय व महाविद्यालयों के इंफ्रास्‍ट्रक्‍चर इस्‍तेमाल किया जाएगा। प्रदेश के छात्र यूपीएससी, नीट, सीएनडीएस समेत सभी प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी यहां कर सकेंगे। अभ्‍योदय कोचिंग प्रदेश के युवाओं को नई उड़ान व मंच प्रदान करेगा। अब उनको अपने गांव व घर के पास ही इस सुविधा का लाभ मिल सकेगा। परीक्षा की तैयारी के लिए उनको अपना गांव व प्रदेश छोड़ना नहीं पड़ेगा।

हर जनपद में हो ऐसे आयोजन

सीएम योगी ने कहा कि 24 जनवरी 1950 में उत्‍तर प्रदेश के नाम पर नोटिफिकेशन जारी हुआ था, यानि उत्‍तर प्रदेश की स्‍थापना हुई थी। इसलिए विगत चार सालों से 24 से 26 जनवरी के मध्‍य यूपी का स्‍थापना दिवस मनाया जा रहा है। यूपी दिवस को हर जनपद से जोड़ा जाना चाहिए। प्रदेश के हर जनपद में लोग अच्‍छा काम कर रहे हैं। उनकी उर्जा का लाभ लेकर प्रदेश का नाम रोशन करने का काम किया जाए। उन्‍होंने कहा कि यूपी दिवस के चुतुर्थ संस्‍करण के शुभारम्‍भ पर भारत सरकार के सहयोग से हुनर हाट की शुरूआत की गई। पहली बार एक जनपद एक उत्‍पाद प्रदेश के अंदर असीम संभावनाओं को आगे बढ़ाने का काम कर रहा है। थारू संस्‍कृति के गीत का प्रस्‍तुततिकरण यहां पर हुआ है। इसे एक मंच मिलना चाहिए। प्रदेश में अपार संभावनाए यहां पर है। सभी विभाग हर क्षेत्र में मिलकर इस कार्यक्रम को आगे बढ़ाएंगे तो प्रधानमंत्री के भारत को एक ट्रिलियन डालर की इकोनॉमी बनने का सपना पूरा कर सकेंगे। उन्‍होंने कहा प्रदेश की जीडीपी की बात करते है तो हर जनपद की अपनी जीडीपी होना चाहिए, इससे प्रतिस्‍पर्धा बढ़ेगी।

Back to top button