UP बोर्ड ने हाईस्कूल एवं इंटरमीडिएट परीक्षा को लेकर सख्त किए नियम

प्रयागराज: उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा परिषद हाईस्कूल एवं इंटरमीडिएट 2021की परीक्षा को लेकर शख्त है। बोर्ड की तरफ से जारी एक बयान में कहा गया है कि इस वर्ष ऐसे विद्यालय को परीक्षा केन्द्र नहीं बनाया जाएगा जहां पर जाने के रास्ते ठीक नहीं है। इस संबंध में सरकार ने हाल में दिशा-निर्देश जारी किए हैं। निर्देश में कहा गया है कि परीक्षा केंद्र उन्हीं विद्यालय को बनाया जाएगा जो सही तरीके से रोड से जुड़े होंगे।

बोर्ड के एक अधिकारी ने बताया कि रोड़ की समस्या से पेपर सही समय से पहुंचाने में दिक्कतों का सामना करना पड़ता था। इसे देखते हुए यह फैसला लिया गया है। बता दें कि सरकार का यह फैसला ऐसे समय में आया है जब 2021 की बोर्ड परीक्षा के लिए परीक्षा केंद्रों की संख्या डेढ़ गुना तक बढ़ा दी गई है। कोरोना महामारी को ध्यान में रखते हुए सोशल डिस्टेंसिंग के साथ परीक्षाएं कराने की तैयारी सरकार कर रही है।

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अधिकारियों ने बताया कि आमतौर पर परीक्षा के दौरान फ्लाइंग स्कॉट (उडऩ दस्ता) कार से स्कूल की चेंकिंग के लिए आता है, ऐसे में यह सुनिश्चित होना चाहिए परीक्षा केंद्र जांच के लिए लगे अधिकारियों के रास्ते में कोई रुकावट नहीं आनी चाहिए। क्योंकि सरकार नकल विहीन परीक्षाएं कराने के लिए प्रतिबद्ध है।

यूपी बोर्ड 2021 परीक्षा केंद्र अलॉटमेंट पॉलिसी 25 नवंबर 2020 को यूपी सरकार की ओर जारी की गई थी। जिन स्कूलों को परीक्षा केंद्र बनाया जाएगा उनका वेरीफिकेशन पहले ही शुरू हो चुका है। यूपी बोर्ड के सचिव दिव्यकांत शुक्ला ने बताया कि इस संबंध में सभी जिलों के डीआईओएस को निर्देश दिए गए हैं कि स्कूलों का भौतिक सत्यापन के बाद ही उन्हें परीक्षा केंद्र बनाया जाए। 20 दिसंबर से पहले स्कूलों की जांच पूरी की जानी है। वहीं बोर्ड ने यह भी फैसला लिया है कि जहां पर बिजली की व्यवस्था नहीं होगाी उसे परीक्षा केन्द्र नहीं बनया जाएगा।

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