गरीबी के बोझ तले दबकर पूरे परिवार ने दी जान

उत्तर प्रदेश के जिले गोरखपुर में गरीबी के बोझ तले दबकर तीन ज़िंदगियां तबाह हो गई. यह घटना मंगलवार को गोरखपुर के पार्वती पचपेड़वा में घटी, जहां एक आदमी ने अपनी दो मासूम बच्चियों को फांसी पर लटका कर मार डाला और उसके बाद खुद ने भी फांसी लगाकर जान दे दी. बुधवार को जब दिनभर दरवाज़ा बंद देखकर पड़ोसियों को शंका हुई तो उन्होंने खिड़की से अंदर झांका, जहां का नज़ारा देखकर उनके होश उड़ गए.
वहां 30 वर्षीय ऋतूराज शर्मा अपनी दोनों मासूम बच्चियों नैना (4) और निरूपमा (3) के साथ फांसी पर लटक रहा था, पड़ोसियों ने तुरंत गोरखपुर थाने में सुचना दी. पुलिस अधीक्षक सत्यार्थ अनिरुद्ध पंकज ने अपनी टीम के साथ मौके पर पहुंचकर, दरवाज़े तोड़ कर शव बाहर निकाले, जहां से शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया.
दो साल से हो रहा था दुष्कर्म, युवती इस हालत में पहुंची थाने
पुलिस द्वारा पड़ोसियों से पूछताछ करने पर पाता चला कि, ऋतुराज पिछले कुछ समय से गहरे आर्थिक संकट में चल रहा था, उसका काम धंधा भी ठीक नहीं था, और उसने कॉलोनी में भी कई लोगों से क़र्ज़ ले रखा था.अंदाज़ा लगाया जा रहा है कि इसी आर्थिक तंगी के चलते ऋतुराज ने अपने परिवार समेत ख़ुदकुशी की होगी. हालांकि पुलिस अभी इस बारे में कुछ स्पष्ट नहीं कर रही है, पुलिस अधीक्षक का कहना है कि, पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही स्तिथि साफ़ हो पायेगी.