पति पत्नी को एक करने के लिए जज ने बजाया “बहारों फूल बरसाओ मेरा महबूब आया है” गाना फिर हुआ कुछ ऐसा की यकीन नहीं होगा

कोर्ट में हर आये दिन हजारों तलाक के केस आते हैं और रोज एक रिश्ता टूटता भी है. वकीलों और जजों को हमेशा लोगों का रिश्ता तोड़ते हुए ही देखा गया है लेकिन बीते दिनों एक ऐसा मामला सामने आया है जब एक कोर्ट के जजों और वकीलों ने तलाक के लिए अपील किये शादी शुदा जोड़ों को अलग करने के वजाय मिलवाने का काम किया हो. आईये आपको बताते हैं की आखिर क्या है ये पूरा मामला.पति पत्नी को एक करने के लिए जज ने बजाया “बहारों फूल बरसाओ मेरा महबूब आया है” गाना फिर हुआ कुछ ऐसा की यकीन नहीं होगा

पति पत्नी के जोड़े को मिलाने के लिए जज ने बजाया ये गाना

बीते दिनों खंडवा जिले के जिला कोर्ट में एक अनोखा नजारा देखने को मिला जो इससे पहले ना तो कभी किसी ने देखा था और ना ही सुना था. आपको बता दें की जहाँ आये दिन लोग कोर्ट में अपनी शादी शुदा जिंदगी से तंग आकर अलग होने का फैसला लेकर तलाक ले लेते हैं और दोनों पक्षों के वकील भी उन्हें मिलाने के वजाय अलग करने की पुरजोर कोशिश करते हैं. इन्हीं सब रूढ़िवादी सालों से चले आ रहे विचारधारा को तोड़ते हुए खंडवा जिले के जजों ने बीते दिनों तलाक के लिए अपील किये एक जोड़े को तलाक के वजाय उन्हें फिर से एक करा दिया. बता दें की रूठे हुए पति पत्नी को शादी के समय लिए गए वादों को याद दिलवाकर उन्हें समझाने के बाद जज ने अपने मोबाइल पर “बहारों फूल बरसाओ मेरा महबूब आया है गाना” बजा दिया और इसके बाद तलाक के लिए अर्जी दिए पति पत्नी के जोड़े ने एक दुसरे को माला पहनाया और मिठाई खिलाई. जजों द्वारा उठाये गए इस सराहनीय कदम के बाद दोनों पति पत्नी के जोड़े एक दुसरे के सभी गिले शिकवे भुलाकर एक दुसरे का हाथ थामकर साथ साथ अपने घर लौट गए.

एक साल से अलग रह रहे जोड़े को फिर से साथ ले आई कोर्ट

आपको बता दें की खंडवा जिले के जिला अदालत में शनिवार को नेशनल लोक अदालत ने हजारों रूठे हुए शादी शुदा जोड़ों को एक करने के लिए बेहद सराहनीय कदम उठाया है. शनिवार को खंडवा के जिला अदालत में एक संगीत की महफ़िल सजाई गयी और हजारों ऐसे शादी शुदा जोड़े जिन्होनें तलाक के लिए अर्जी दिया था उन्हें एक करने की मुहीम चलायी गयी. इस मुहीम में इन जजों के पैनल को पहली सफलता मिली फूलसिंह और साधना को एक करने में. बता दें की फूलसिंह ने बीते दिनों पत्नी जमला गावं निवासी साधना से तलाक के लिए अर्जी दी थी. इस तलाक की सुनवाई एक लिए शनिवार को जब दोनों पक्ष कोर्ट पहुंचें तो वहां का माहौल देख उन्हीं कुछ नहीं सूझा. साधना की अपने पति फूलसिंह से ये शिकायत थी की वो वनरक्षक के पोस्ट पर निर्वाचित है और अधिक समय बाहर ही रहते हैं यहाँ तक की ड्यूटी ख़त्म होने के बाद भी वो रात को घर नहीं आते थे. इसलिए साधना फूलसिंह से पिछले एक साल से अलग ही रह रही थी, जिला कोर्ट के जजों ने दोनों पक्षों की शिकायत सुनने के बाद उन्हें समझाया और एक दुसरे को अपनी शादी को एक और मौका देने का फैसला सुनाया. साधना और फूलसिंह ने एक दुसरे को एक और मौका दिया और तलाक की अर्जी ख़ारिज करवाने के बाद एक साथ घर लौट गए.

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