शादी में शिरकत के लिए निकले तीन दोस्त दुर्घटना के हुए शिकार, दो की मौत

ग्वालियर। घर से शादी में जाने की कहकर निकले तीन नाबालिग दोस्तों को अज्ञात वाहन ने कुचल दिया। घटना मंगलवार रात 8 बजे सौंसा गांव के पास मुख्य मार्ग पर हुई। तीनों छात्रों को लहूलुहान हालत में पड़ा देखा तो गांव के लोगों ने अस्पताल पहुंचाया। जहां डॉक्टर ने दो घायलों को मृत घोषित कर दिया, जबकि तीसरे की हालत गंभीर होने पर आईसीयू में भर्ती किया गया है। घटना की सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची। पर हादसा कैसे हुआ यह साफ नहीं है। छात्रों की बाइक टूटी पड़ी है।शादी में शिरकत के लिए निकले तीन दोस्त दुर्घटना के हुए शिकार, दो की मौत

उटीला थानाक्षेत्र स्थित सौंसा गांव निवासी लच्छीराम यादव किसान हैं। उनका बेटा रोहित (14) 9वीं का छात्र है। पास ही रहने वाला अजय (15) पुत्र करतार सिंह यादव 10वीं और भूरा उर्फ कृष्णा यादव (15) भी 10वीं का छात्र है। मंगलवार शाम सौंसा के पास दूसरे गांव में एक शादी समारोह में तीनों छात्रों को जाना था।

रोहित अपने पिता की बाइक लेकर कार्यक्रम में जाने के लिए निकला था। साथ में अजय और भूरा भी थे। घर से निकलने के कुछ देर बाद रात करीब 8 बजे गांव के बाहर मुख्य मार्ग पर वह लहूलुहान हालत में पड़े देखे गए। पास ही बाइक टूटी पड़ी थी। जिसके बाद गांव के लोगों ने उनके परिजन को सूचना दी और अपने-अपने वाहनों से उन्हें जेएएच लेकर पहुंचे।

यहां पहुंचने से पहले ही रोहित और अजय की सांसें थम चुकी थीं। जबकि भूरा जिंदगी और मौत के बीच संघर्ष कर रहा था। गंभीर हालत में उसे आईसीयू में भर्ती कर इलाज शुरू किया गया, जबकि सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और जांच के बाद शवों को निगरानी में लेकर जांच शुरू कर दी है। बुधवार को शवों का पोस्टमार्टम कराया गया है। फिलहाल घायल खतरे से बाहर है।

 

हादसे कैसे हुआ अलग-अलग कहानी-

हादसा किसी ने नहीं देखा। गांव के लाोगें ने छात्रों को सड़क पर पड़े देखा है। सड़क किनारे पड़े थे और बाइक भी आड़ी पड़ी थी। कुछ लोगों का कहना है कि छात्र शादी में जा रहे थे। पीछे से अज्ञात तेज रफ्तार वाहन ने टक्कर मारी है, जबकि घटना स्थल देखकर ऐसा लग रहा है कि छात्र बाइक खड़ी कर बात कर रहे थे या किसी का इंतजार कर रहे थे। तभी तेजी से निकलते किसी वाहन ने बहकते हुए उन्हें टक्कर मारी है। फिलहाल पुलिस जांच कर रही है।

एक ही मोहल्ले से उठे दो दोस्तों के शव-

अजय और रोहित एक ही मोहल्ले में रहते हैं। बुधवार को जब उनके शव पोस्टमार्टम के बाद परिजन घर लेकर पहुंचे तो मोहल्ले में मातम पसर गया। जहां दोनों दोस्त एक साथ खेला करते थे। आज उसी गली में दोनों खामोश लेटे थे। शोर था तो सिर्फ घर की महिलाओं की चीख पुकार का। फिर दोनों छात्रों के शवों को एक साथ मुक्तिधाम के लिए लेकर निकले। यह वह क्षण था जब पत्थर दिल भी अपने आंसू नहीं रोक सके।

Back to top button