वैज्ञानिकों ने किया दावा, इस नशीले पदार्थ से बन सकती है कोविड-19 की वैक्सीन लेकिन…

कोरोना वायरस की तबाही के बीच वैज्ञानिकों का एक और प्रयोग पूरी दुनिया के लिए उम्मीद बनकर सामने आया है. कोविड-19 से जंग के बीच एक सिगरेट मेकर अमेरिकन-ब्रिटिश तंबाकू कंपनी ने वैक्सीन बनाने का दावा किया है. कंपनी जल्द ही इंसानों पर इसका परीक्षण शुरू कर सकती है.

ब्लूमबर्ग की एक रिपोर्ट के मुताबिक, अमेरिकन-ब्रिटिश तंबाकू (BAT) कंपनी की इस वैक्सीन का प्री-क्लीनिकल टेस्ट में इम्यून पर अच्छा रिजल्ट देखा गया है. अब बहुत जल्द ही वैक्सीन के ह्यूमन ट्रायल का प्रथम चरण शुरू होने जा रहा है.

लंदन स्थित सिगरेट बनाने वाली कंपनी ‘लकी स्ट्राइक’ ने कहा, ‘ड्रग रेगुलेटर ऑथोरिटी अगर इस परीक्षण की अनुमति देती है तो जून के आखिर तक वैक्सीन के ह्यूमन ट्रायल का पहला चरण शुरू कर दिया जाएगा.’

कोरोना वायरस की वैक्सीन बनाने के लिए पूरी दुनिया में वैज्ञानिक दिन-रात प्रयास कर रहे हैं. इस रेस में 100 से भी ज्यादा वैक्सीन कैंडिडेट्स दवा बनाने की कोशिश में जुटे हैं, जिनमें अमेरिका, यूरोप, चीन के अलावा भी कई देश हैं.

ब्रिटिश-अमेरिका तंबाकू कंपनी की प्रतिद्वंद्वी ‘फिलिप मॉरिस इंटरेशनल’ भी इम्यून को दुरुस्त करने वाली वैक्सीन की टेस्टिंग कर रही है. BAT की सहायक कंपनी केंटकी बायोप्रोसेसिंग प्रयोगात्मक वैक्सीन बनाने में तंबाकू के पौधों का उपयोग करती है.

BAT का दावा है कि वैक्सीन बनाने की यह विधि पारंपरिक तरीकों से कहीं ज्यादा तेज है. इस वक्त हमें जल्द से जल्द वैक्सीन बनाने की जरूरत है और यह प्रक्रिया वैक्सीन बनाने में लग रहे समय को भी घटा सकती है.

कंपनी का दावा है कि तंबाकू के पौधे की मदद से बनाई जा रही कोरोना वैक्सीन का शरीर पर असर अन्य संबंधित उत्पादों से बिल्कुल विपरीत है. हालांकि WHO पहले ही धूम्रपान या तंबाकू का सेवन करने वाले लोगों को कोरोना को लेकर चेतावनी जारी कर चुका है. तंबाकू के कारण पूरी दुनिया में हर साल तकरीबन 80 लाख लोगों की मौत होती है.

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