फिर लॉकडाउन की ओर चीन, डेल्टा वैरिएंट ने बढ़ाई टेंशन…

कोरोना वायरस के डेल्टा वैरिएंट के बढ़ते मामलों को देखते हुए चीन ने नए यात्रा प्रतिबंध लगाए हैं। चीन के आधे हिस्सों में 500 से अधिक डेल्टा वैरिएंट के मामले सामने आने के बाद चीन की नींद उड़ गई है। चीन तेजी से टीकाकरण पर ध्यान देने के बजाय तेजी से पाबंदियों पर जोर दे रहा है। पूरेम चीन में सबसे ज्यादा प्रभावित 144 क्षेत्रों में सार्वजनिक परिवहन और टैक्सी सेवाओं में कटौती की गई है। वहीं, बीजिंग में ट्रेन सेवा के साथ-साथ मेट्रो पर अंकुश लगाया गया है। 

बीजिंट में बुधवार को वायरस के तीन नए मामले सामने आए। हांगकांग ने भी यात्रियों पर फिर से क्वारंटाइन जरूर कर दिया है। चीनी अधिकारियों ने गुरुवार को 94 नए मामलों की सूचना दी है। जिसमें से 32 एसिम्पटोमेटिक हैं। बता दें कि कोरोना वायरस का पहला मामला साल 2019 में चीन के वुहान में सामने आया था। चीन का दावा है कि उसके यहां अभी तक 61 फीसदी आबादी का टीकाकरण किया गया है। 

अपने आजमाए तरीकों पर अमल कर रहा चीन

3कोरोना पर लगाम लगाने के लिए चीन बड़े पैमाने पर टेस्टिंग और लॉकडाउन के अपने आजमाए हुए तरीकों पर आगे बढ़ रहा है। चीन की राजधानी बीजिंग में अधिकारियों ने वायरस को फैलने से रोकने के लिए हर संभव कदम उठा रहे हैं। बीजिंग में मनोरंज के लिए सामुदायिक स्थानों के उपयोर पर रोक लगा दी गई है। पार्कों और दर्शनीय क्षेत्रों में आगंतुकों की संख्या को सीमित कर दिया गया है हाई रिस्क एरिया से आने वाले आगंतुकों के लिए दो सप्ताह का क्वारंटाइन जरूरी कर दिया है।

टीके लेने वाले भी हुए संक्रमित

संक्रमण के ये नए मामले ऐसे कई लोगों में भी सामने आए हैं जिन्होंने कोविड-19 रोधी टीके की खुराक ले ली है जिससे यह चिंता पैदा हो गयी है इससे निपटने के कारण चीन में विनिर्माण और आपूर्ति श्रृंखलाएं बाधित हो सकती हैं। वुहान में संक्रमण फैलने के दौरान चर्चा में आए शंघाई के डॉक्टर झांग वेनहोंग ने सोशल मीडिया पोस्ट में कहा कि संक्रमण के मामले फिर से फैल रहे हैं और वायरस से मुक्ति नहीं मिल पा रही है अत: चीन की रणनीति बदल सकती है। उन्होंने कहा, ”दुनिया को इस वायरस के साथ रहना सीखना होगा।

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