दुनिया को अप्रैल 2021 तक मिल सकेगी सुरक्षित और कारगर वैक्सीन: डॉ० फाउची

कोरोना वायरस की वैक्सीन को लेकर तरह-तरह की अटकलें लगाई जा रही हैं। उम्मीद जताई जा रही थी कि इस साल के अंत तक कोरोना की वैक्सीन की आ सकती है। वहीं अमेरिका के महामारी रोग विशेषज्ञ डॉक्टर एंथनी फाउची का कहना है, कि पूरी दुनिया को एक सुरक्षित और प्रभावी कोविड -19 वैक्सीन 2021 के अप्रैल तक मिल सकती है।

वैक्सीन की कुछ लाख डोज होंगी तैयार-

एक न्यूज चैनल को दिए इंटरव्यू में फाउची ने कहा, ‘नवंबर या दिसबंर तक शोधकर्ता ये पता लगा सकेंगे कि कौन सा वैक्सीन कैंडिडेट सुरक्षित है। इसका पता लगने के बाद भी शुरूआत में सिर्फ कुछ लाख डोज ही तैयार की जा सकेगी। फाउची का ये दावा अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप के उलट है जिसमें उन्होंने कहा था, कि इस साल के अंत तक अमेरिका में वैक्सीन की 10 करोड़ डोज तैयार हो जाएगी।

वैक्सीन का कारगर होना जरूरी-

फाउची का कहना है कि इतनी संख्या में वैक्सीन बननी तभी संभव है, जब वो अभी चल रहे ट्रायल में सुरक्षित और कारगर साबित हो जाएं। अगर ये वैक्सीन सुरक्षित साबित हो भी जाती हैं तो व्यापक तौर पर ये 2021 की पहली तिमाही के अंत तक ही उपलब्ध हो सकेंगी।

फाउची ने कहा कि जॉनसन एंड जॉनसन वैक्सीन के ट्रायल पर रोक को एक अच्छा संकेत मानना चाहिए। उन्होंने कहा कि इससे पता चलता है कि वैक्सीन ट्रायल सही दिशा में चल रहा है और वो लोगों को सुरक्षा देने के लिए प्रतिबद्ध हैं।

फाउची ने ट्रायल पर रोक को सही बताया-

आपको बता दें, कि एक वॉलंटियर पर साइड इफेक्ट दिखने के बाद जॉनसन एंड जॉनसन ने अपने वैक्सीन का ट्रायल रोक दिया है। इससे पहले ऑक्फोर्ड की वैक्सीन ने भी साइड इफेक्ट दिखने पर ट्रायल रोका था फाउची ने कहा कि जब भी किसी वैक्सीन का ट्रायल रोका जाता है तो हम उस पर सवाल खड़े करने लगते हैं।

सावधानी है जरूरी-

फाउची ने कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए लोगों से सावधानी रखने को भी कहा। उन्होंने कहा, ‘घर की खिड़कियां खुली रखने की कोशिश करें। अगर आपको लगता है, कि घर का कोई सदस्य संक्रमित हो सकता है तो घर पर भी मास्क पहनने से डरें नहीं।

ट्रंप के ठीक होने से खुश-

फाउची ने कहा कि वो खुश हैं कि राष्ट्रपति ट्रंप ठीक हो गए लेकिन हर संक्रमित व्यक्ति का अनुभव उनकी तरह नहीं हो सकता है। उन्होंने कहा, कि ये ठीक उसी तरह है कि कोई तेज रफ्तार में गाड़ी चला रहा हो और उसका एक्सीडेंट हो जाए, जबकि उसी रफ्तार से गाड़ी चलाने वाले किसी दूसरे व्यक्ति को कुछ ना हो।

लापरवाही पड़ सकती है भारी-

फाउची ने कहा, ‘ट्रम्प भाग्यशाली थे और हम बहुत खुश हैं, कि वो कोरोना वायरस से संक्रमित होने के बाद ठीक हो गए लेकिन बहुत से ऐसे लोग भी हैं जो उनकी ही उम्र और वजन के हैं लेकिन वो वायरस से नहीं लड़ पा रहे हैं।

Back to top button