क्रिप्टोकरेंसी पर आएगी मुसीबत, RBI ने ट्रांजैक्शंस को लेकर किया सतर्क…..

नई दिल्ली. क्रिप्टोकरेंसी को लेकर भारत समेत दुनियाभर में बेहद कंफ्यूजन है. हाल ही में रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (RBI) की ओर से जारी एक क्लैरिफिकेशन से क्रिप्टोकरेंसी से जुड़ी लॉबी खुश हो गई थी. इसके बाद क्रिप्टोकरेंसी से जुड़ी बहुत सी फर्मों ने इसे देश में क्रिप्टो मार्केट को लेकर RBI के रवैये में बदलाव बताया था. RBI ने केवल यह कहा था कि सुप्रीम कोर्ट की ओर से पिछले वर्ष दिए गए एक आदेश के कारण 2018 में क्रिप्टोकरेंसी को लेकर जारी किया गया उसका एक सर्कुलर मान्य नहीं है. हालांकि, इसके साथ ही RBI ने बैंकों को क्रिप्टोकरेंसी से जुड़ी ट्रांजैक्शंस को लेकर सतर्क किया था.

केन्द्र को दी गई है जानकारी

आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास ने कहा कि केंद्रीय बैंक ने क्रिप्टोकरेंसी के बारे में अपनी स्थिति नहीं बदली है और क्रिप्टो को लेकर अब भी स्थिति साफ नहीं है. RBI ने शुक्रवार को मॉनेटरी पॉलिसी रिव्यू में इस मुद्दे पर अपनी राय स्पष्ट कर दी. गवर्नर शक्तिकांत दास ने कहा कि क्रिप्टोकरेंसी को लेकर RBI को आशंकाएं हैं और इस बारे में केंद्र सरकार को जानकारी दी गई है.

क्रिप्टोकरेंसी को क्यों पसंद नहीं करता RBI?

दास ने कहा, “RBI के रवैये (क्रिप्टोकरेंसी को लेकर) में कोई बदलाव नहीं हुआ है. सेंट्रल बैंक कोई इनवेस्टमेंट एडवाइज नहीं देते. प्रत्येक इनवेस्टर को अपने इनवेस्टमेंट को लेकर अपनी समझ से चलना होता है.” इस बयान से यह स्पष्ट हो गया कि क्रिप्टोकरेंसी को RBI स्वीकृति नहीं देता. एक्सपर्ट्स का कहना है कि इसके तीन प्रमुख कारण हो सकते हैं. क्रिप्टोकरेंसी के साथ कोई एसेट नहीं जुड़ा होता, क्रिप्टोकरेंसी को केंद्रीय तौर पर रेगुलेट नहीं किया जाता और इनमें उतार-चढ़ाव अधिक होता है.

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