इन चीजों के दर्शन मात्र से होती है पुण्य की प्राप्ति, जानिए…

गरुड़ पुराण को हिन्दू धर्म में महापुराण बताया गया है। इस महापुराण में 19 हजार श्लोक हैं जिसमें इंसान को अच्छे और बुरे कर्मों का हवाला देकर सही मार्ग पर चलने के लिए प्रेरि​त किया गया है। उसे जिंदगी में सदाचार, जप, तप, वैराग्य, दान, ज्ञान आदि का महत्व बताया गया है। साथ ही कर्म के अनुसार, कर्मफल मिलने की बात कही गई है तथा मृत्यु के पश्चात् भी कर्म के आधार पर ही आत्मा को शरीर मिलने का जिक्र है। गरुड़ पुराण में कुछ ऐसी पवित्र चीजों के बारे में भी बताया गया है जिन्हें देख लेने मात्र से ही मनुष्य पुण्य अर्जित कर लेता है। 

गोमूत्रं गोमयं दुग्धं गोधूलि गोष्ठगोष्पदम्
पक्कसस्यान्वितं क्षेत्रं द्ष्टा पुण्यं लभेद् ध्रुवम्

वही इस श्लोक में ऐसी 7 चीजों का वर्णन किया गया है जिन्हें देखना ही पुण्यदायी होता है। विस्तार से जानिए उन सात चीजों के बारे में…

गाय का दूध:-
गाय के दूध को शास्त्रों में अमृत समान कहा गया है। पूजा में भी गाय के दूध से ईश्वर का अभिषेक करने की बात कही गई है। इसके अतिरिक्त गाय के दूध में इतने गुण होते हैं कि आयुर्वेद में इसे औषधि का रूप दिया जाता है। इसलिए गाय के दूध को देखना भी शुभ माना गया है।

गाय के पैरों की धूल:-
गाय के पैरों की धूल को गो​धूलि बोला जाता है। अगर ये किसी मनुष्य को दिख जाए तो इसे पुण्यदायी माना गया है। हालांकि शाम तथा रा​त के मिलते वक़्त को भी गोधूली कहा जाता है।

गोमूत्र:-
गोमूत्र को भी बेहद पवित्र माना गया है। गोमूत्र का इस्तेमाल भी आयुर्वेद में ​दवा के रूप में किया जाता है। शास्त्रों में इसे गंगा के समान पवित्र माना गया है।

गोबर:-
गोबर का इस्तेमाल घर को लीपने के लिए सदियों से किया जा रहा है। यहां तक कि पूजा के चलते गोवर्धन, गौरी तथा गणेश आदि ईश्वर की मूर्ति भी गोबर से ही बनाने का चलन रहा है। ऐसा इसलिए क्योंकि गोबर को बेहद पवित्र माना गया है। इसको देख लेना ही बहुत शुभ होता है।

गौशाला:-
जिस जगह पर गाय रहती हैं, उसे गौशाला बोला जाता है। गरुड़ पुराण में बताया गया है कि गौशाला के दर्शन मात्र से ही पुण्य की प्राप्ति हो जाती है।

गोखुर:-
गाय के खुर मतलब पैर को गोखुर कहा जाता है। गरुड़ पुराण के अनुसार, गाय के पैर छूकर आशीर्वाद लेने से भी पुण्य की प्राप्ति होती है। शास्त्रों में गाय में 33 कोटि देवताओं का निवास होने की बात कही गई है।

पकी फसल:-
पकी हुई फसल अन्नदाता की कड़ी मेहनत का प्रतीक होती है। इसे समृद्धि का सूचक माना जाता है। इसे देखना भी बहुत पुण्यदायी माना गया है।

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