देश का सबसे लंबा ‘पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे’ बनाने जा रही योगी सरकार
यूपी में योगी सरकार देश का सबसे लंबा एक्सप्रेस-वे बनाने की तैयारी कर रही है. क्योंकि प्रदेश में मायावती सरकार ने यमुना एक्सप्रेसवे बनावाया, उसके बाद अखिलेश सरकार ने लखनऊ-आगरा एक्सप्रेसवे बनाया था. ऐसे में अब योगी सरकार लखनऊ से गाजीपुर तक देश का सबसे लंबा ‘पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे’ बनाने की तैयारी कर रही है. चर्चा है कि मोदी सरकार की चौथी सालगिरह पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी आगामी 27 मई को आजमगढ़ में पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे की आधारशिला रख सकते हैं. बता दें कि हाल ही में सूबे के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने नई दिल्ली में प्रधानमंत्री से मुलाकात की और उन्हें पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे की आधारशिला रखने का न्योता दिया था. प्रदेश सरकार ने आजमगढ़ प्रशासन से समारोह के लिए बंदोबस्त करने के निर्देश दिये हैं.
लखनऊ से गाजीपुर के 353 किलोमीटर लंबी इस रोड परियोजना की लागत करीब 25 हजार करोड़ रुपए आने का अनुमान है. पूर्वांचल एक्सप्रेस वे लखनऊ, बाराबंकी, फैजाबाद, अंबेडकरनगर, अमेठी, सुल्तानपुर, आजमगढ़, मऊ और गाजीपुर से होकर गुजरेगा. इस एक्सप्रेसवे की खासियत ये होगी कि ये सभी बाजारों के नजदीक से होकर गुजरेगा. इसका फायदा ये होगा कि आप कहीं भी जाम में नहीं फंसेंगे.
छह से आठ लेन तक का होगा एक्सप्रेस वे
यह एक्सप्रेस वे 6 लेन का होगा, जिसे बाद में 8 लेन तक बढ़ाया जा सकता है. इसकी मदद से लखनऊ से गाजीपुर की यात्रा साढ़े 4-5 घंटे में पूरी होगी. जानकारी के मुताबिक पूर्वांचल एक्सप्रेस वे को अयोध्या, इलाहाबाद, वाराणसी और गोरखपुर से लिंक रोड से जोड़ा जाएगा. लिंक रोड का निर्माण यूपी का लोकनिर्माण विभाग या NHAI कर सकता है.
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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 27 मई को करेंगे शिलान्यास
मोदी सरकार की चौथी सालगिरह पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी आगामी 27 मई को आजमगढ़ में पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे की आधारशिला रख सकते हैं. बता दें कि हाल ही में सूबे के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने नई दिल्ली में प्रधानमंत्री से मुलाकात की और उन्हें पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे की आधारशिला रखने का न्योता दिया था. प्रदेश सरकार ने आजमगढ़ प्रशासन से समारोह के लिए बंदोबस्त करने के निर्देश दिये हैं. बता दें कि आजमगढ़ समाजवादी पार्टी (सपा) संरक्षक मुलायम सिंह यादव का संसदीय क्षेत्र है. बीजेपी सरकार 2019 में होने वाले लोकसभा चुनाव के मद्देनजर इस अवसर को भुनाने का प्रयास करेगी.
‘पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे’ की खास बातें
- पूर्वांचल एक्सप्रेसवे लखनऊ से गाजीपुर तक बनेगा
- लगभग 353 किलोमीटर लंबा होगा पूर्वांचल एक्सप्रेसवे
- दिल्ली से गाजीपुर की दूरी होगी कम, सफर होगा आसान
- यूपी की राजधानी लखनऊ से पूर्वी यूपी के गाजीपुर को जोड़ेगा
- लखनऊ के चंदसराय गांव से शुरू होगा एक्सप्रेसवे और गाजीपुर के हैदरिया गांव तक बनेगा.
- लखनऊ से गाजीपुर की यात्रा एक्सप्रेसवे बनने के बाद साढ़े 4-5 घंटे में पूरी होगी.
- पूर्वांचल एक्सप्रेस वे लखनऊ, बाराबंकी, फैज़ाबाद, अंबेडकरनगर, अमेठी, सुल्तानपुर, आज़मगढ़, मऊ और गाजीपुर से होकर गुजरेगा
- ये 6 लेन का एक्सप्रेस वे होगा, जो कि 8 लेन तक बढ़ सकेगा.
- टोटल एक्सेस कंट्रोल्ड एक्सप्रेसवे होगा.
- लगभग 17, 000 करोड़ की लागत से बनकर तैयार होगा एक्सप्रेसवे
- इस एक्सप्रेस वे को अयोध्या, इलाहाबाद, वाराणसी और गोरखपुर से लिंक रोड के माध्यम से जोड़ा जाएगा, लिंक रोड का निर्माण यूपी का लोकनिर्माण विभाग या NHAI कर सकता है.
- पूर्वांचल एक्सप्रेस वे में आजमगढ़ से गोरखपुर के लिए नया लिंक एक्सप्रेस वे बनाया जाएगा, जो कि लगभग 100 Km का लिंक एक्सप्रेस वे होगा, जो योगी के गृह जनपद को पूर्वांचल एक्सप्रेसवे से जोड़ेगा.
- 2 साल 6 महीने में एक्सप्रेस वे का कार्य पूरा करने का लक्ष्य रखा गया हैृ
पूर्व सीएम अखिलेश यादव का ड्रीम प्रोजेक्ट था पूर्वांचल एक्सप्रेसवे
पूर्वांचल एक्सप्रेसवे पूर्व यूपी सीएम अखिलेश यादव का ड्रीम प्रोजेक्ट था. अखिलेश यादव ने अक्टूबर 2015 में DPR को कैबिनेट से मंजूरी दी थी. फरवरी 2016 में अखिलेश यादव ने पूर्वांचल एक्सप्रेसवे के लिए लगभग 2000 करोड़ रुपये का बजट दिया. पूर्वांचल एक्सप्रेसवे का शिलान्यास अखिलेश यादव ने दिसंबर 2016 में किया था और लगभग 60% ज़मीन अधिग्रहण का काम एसपी सरकार के कार्यकाल में हो गया था.