खस्ता हालत में तब्दील हो चुके सांखौल-बराही मार्ग का जल्द ही होगा सुधार, निर्माण की गुणवत्ता पर लोग उठा रहे सवाल

खस्ता हालत में तब्दील हो चुके सांखौल-बराही मार्ग का जल्द ही सुधार होगा। इस पर पैचिंग की बजाय कारपेट लेयर बिछाई जाएगी। इसके लिए लोक निर्माण विभाग (बीएंडआर) की ओर से टेंडर आमंत्रित किए गए हैं। इससे वाहन चालकों को राहत मिलेगी। हालांकि सवाल यह भी उठ रहा है कि इस मार्ग का निर्माण हुए ज्यादा वक्त नहीं हुआ है।

 

ऐसे में इस पर कारपेट लेयर की अभी से जरूरत होना इसके निर्माण के समय गुणवत्ता पर भी प्रश्न चिन्ह लगा रहा है। सांखौल गांव के पास रोहतक-दिल्ली रोड से शुरू होकर यह मार्ग सांखाैल-बराही से आसौदा हाेता हुआ खरखौदा-सोनीपत मार्ग पर जाकर मिलता है। फिलहाल इस मार्ग की रोहतक रोड से सांखौल गांव के दक्षिणी छोर पर ड्रेन रोड तक हालत ज्यादा खस्ता है। दिल्ली का टीकरी बार्डर बंद होने के कारण बड़े वाहन सांखौल के पास से गुजरते हैं। इसी कारण यह सड़क कई महीनों से टूटी हुई है। वाहन चालकों की ओर से तो इसकी पैचिंग की मांग की जा रही है, लेकिन लोक निर्माण विभाग द्वारा इसकी पैचिंग की बजाय इस पर कारपेट लेयर का ही टेंडर आमंत्रित किया गया है। ताकि पूरी सड़क का ही सुधार किया जा सके। इसके लिए एक करोड़ 11 लाख रुपये खर्च होंगे।

 

निर्माण की गुणवत्ता पर सवाल उठा रहे लोग 

बराही गांव के लोगों का कहना है कि इस मार्ग का निर्माण हुए ज्यादा वक्त नहीं बीता है। ऐसे में इस मार्ग पर जगह-जगह गड्ढे बने हुए हैं। इससे तो यही प्रतीत हाे रहा है कि इसके निर्माण में गुणवत्ता का ख्याल नहीं रखा गया। अन्यथा इतनी जल्दी कारपेट लेयर की जरूरत न पड़ती।

 

बहादुरगढ़ के बींएडआर एक्सईएन अनिल रोहिल्ला के अनुसार

सांखौल-बराही मार्ग की खस्ता हालत को देखते हुए ही इस पर कारपेट लेयर डाली जाएगी। ताकि इसका अच्छी तरह सुधार हाे सके। किसी भी सड़क के निर्माण के बाद उसकी देखरेख की तय समयावधि होती है। यह पूरी होने के बाद ही कारपेट लेयर की अनुमति मिलती है। जाहिर है कि संबंधित निर्माण कंपनी की ओर से इस मार्ग की देखरेख की समय अवधि पूरी हो चुकी है।

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