कांग्रेस अध्यक्ष अरुण यादव ने उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी की घटना को लेकर किया पलटवार….

गांधी परिवार के कांग्रेस का नेतृत्व करने पर सवाल उठाने वाले नेताओं पर पूर्व प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अरुण यादव ने उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी की घटना को लेकर पलटवार किया है। उन्होंने पूछा कि जब उत्तर प्रदेश में किसानों के मान-सम्मान के लिए पार्टी की महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा और राहुल गांधी लड़ाई लड़ रहे थे, तब नेतृत्व पर सवाल उठाने इस रणभूमि में कहां थे। जब भी संघर्ष करने की बारी आती है तब राहुल गांधी हों या प्रियंका गांधी वाड्रा सड़कों पर सबसे आगे दिखाई देते हैं। यह उन लोगों के लिए जवाब है।

पूर्व प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अरुण यादव को राहुल गांधी का करीबी माना जाता है। उन्होंने प्रत्याशी चयन को लेकर चल रही खींचतान को लेकर पिछले दिनों खंडवा संसदीय क्षेत्र से चुनाव लड़ने से इन्कार कर दिया था। जबकि, वे चुनाव की तैयारी पिछले चार माह से कर रहे थे। उन्होंने गांधी परिवार द्वारा कांग्रेस का नेतृत्व करने पर सवाल उठाने वालों को कटघरे में खड़ा करते हुए एक के बाद एक तीन ट्वीट किए।

उन्होंने कहा कि ऐसे सभी लोगों को आंखें खोलकर देखना चाहिए कि जब भी संघर्ष की बारी आती है तब राहुल गांधी हों या प्रियंका गांधी वाड्रा सबसे आगे दिखाई देते हैं। लखीमपुर खीरी में किसानों को गाड़ी से कुचलने की घटना के आरोपितों को सजा दिलाने के लिए प्रियंका गांधी वाड्रा तीन दिन तक उत्तर प्रदेश सरकार की कैदी में रहीं। यह उन लोगों के लिए करारा तमाचा है जो यह बोलते हैं कि गांधी परिवार ही कांग्रेस का नेतृत्व क्यों करे।

 

 

 

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