UP के CM योगी ने विपक्षियों पर तंज कसते हुए कहा-सौ चूहे खाकर बिल्ली हज करने चली…।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने विपक्षियों पर तंज कसते हुए कहा है कि सौ चूहे खाकर बिल्ली हज करने चली…। उन्होंने कहा कि जनता इन लोगों के घड़ियाली आंसू से सावधान रहे। यह वही लोग हैं जिन्होंने राजनीति का अपराधीकरण किया और अपराधियों का राजनीतिकरण करके सत्ता तक पहुंचाया। इन्हीं अपराधियों की वजह से यूपी का नाम खराब हुआ। यह लोग प्रदेश को बदनाम करने और अराजकता फैलाने में कोई अवसर गंवाते नहीं है।

उन्होंने कहा कि दो दिन पहले गोरखपुर में दुखद घटना घटित हुई और उसी दिन मैंने तत्काल मुकदमा दर्ज करने कहा था। मामले में दोषी कोई भी हो बख्शा नहीं जाएगा। सरकार की अपराध और आपरािधयों की जीरो टोलरेंस की नीति है, सरकार ने जो कहा वो करके दिखाया है। मैंने कानपुर प्रशासन को पहले ही बोल दिया था कि मुझे पीड़ित परिवार से मुलाकात करनी है । सीएम योगी आदित्यनाथ ने मनीष गुप्ता की पत्नी मीनाक्षी और उनके परिवार से मुलाक़ात की। कहा कि किसी भी दोषी को छोडेंगें नहीं, हम जाँच करवा रहे हैं, हम आपके दुख में आपके साथ हैं। दुखद घटना है जो भी दोषी है बख्शा नहीं जायेगा।

 

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कानुपर के डीएवी कालेज फूलबाग मैदान में आयोजित जनसभा में पहुंचे मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सबसे पहले कानपुर के 5.55 अरब रुपये के कार्यों का लोकार्पण और शिलान्यास किया। इसके बाद पांच बच्चों काे खीर खिलाकर अन्नप्रासन किया और प्रधानमंत्री आवास योजना के लाभार्थियों को प्रतीकात्मक चाबी सौंपी। साथ ही विभिन्न योजनाओं के लाभार्थियों को अनुदान राशि की प्रतीकात्मक चेक दी। मंच पर भारत माता की जय और वंदेमातरम का उद्घघोष के साथ संबोधन की शुरुआत करते हुए उन्होंने सबसे पहले मंचासीन सांसद, विधायक एवं संगठन से जुड़े सभी भाजपा नेताओं और पंडाल में मौजूद सभी लोगों का अभिनंदन किया।

 

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उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश ही नहीं देश के प्रथम औद्योगिक नगर, जिसने मां गंगा की अविरलता और निर्मलता के साथ अपना नाता जोड़ा था। कानपुर नगर की साढ़े पांच सौ करोड़ की परियोजनाओं के साथ आज ये मंच आपके सबके बीच में लेकर आया है। कानपुर एक बार फिर से अपनी नई आभा के साथ देश के अंदर स्थापित हो रहा है। ये कानपुर कभी यूपी और देश का प्रमुख औद्योगिक नगर हुआ करता था। लेकिन, आजादी के बाद लगातार इस क्षेत्र की उपेक्षा होने, विकास का कोई ठोस माडल न होने और यहां के नागरिकों के लिए शासन के मन में कोई विशेष लगाव न होने के कारण उद्योग बंद होते गए। न केवल उद्योग बंद हुए बल्कि मां गंगा को खराब करने के लिए अगर किसी नगर को दोषी ठहराया जाता था तो वह कानपुर हुआ करता था।

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लेकिन, आज हम प्रधानमंत्री जी के अभारी हैं, उनके नमामि गंगे परियोजना के कारण आज कानपुर का सीसमऊ नाला जो कभी 14 करोड़ लीटर सीवर प्रतिदिन गंगा मइया में उड़ेलता था। अाज उसे नमामि गंगे परियोजना के माध्यम से पूरी तरह बंद कर दिया गया है, अब एक भी बूंद नाले के माध्मय से मां गंगा में नहीं जाती है। मां गंगा की निर्मलता और अविरलता के साथ अब कानपुर के सर्वांगीण विकास को एक नई ऊंचाइयों तक पहुंचाना है।

 

यह बदलता हुआ कानपुर है

मुख्यमंत्री ने कहा कि कानपुर को केंद्र और प्रदेश सरकार ने मिलकर कई योजनाएं दी हैं। चाहे वह कानपुर मेट्रो का चल रहा तेजी के साथ कार्य हो रहा है, अबतो यहां मेट्रो की ट्रेन भी आ रही है। नवंबर के अंत में यहां मेट्रो का संचालन भी प्राप्त करने वाले है, यह कानपुर का उभरता हुआ नक्शा है। यह वही कानपुर है, जहां पिछली सरकारों की अकर्मण्यता, बेमानी और भ्रष्टाचार के कारण यहां पर उदासीनता छा गई थी। लेकिन आज कानपुर में एक नया एयरपोर्ट बन रहा है, एक साथ तीन विमान उतरकर पार्क हो सकते हैं और पांच सौ लोग एक साथ टर्मिनल में आकर विकास को देख सकेंगे। उन्होंने कहा कि ये बदलता हुआ कानपुर है और इसी क्रम में तमाम परियोजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास का कार्यक्रम हो रहा है।

मेट्रो, डिफेंस कारीडोर, एयरपोर्ट निर्माण आदि तब संभव हुए हैं, जब मंच पर मौजूद सभी जनप्रतिनिधि प्रयास करते हैं और अपना एक एक पल विकास के लिए और जनता के प्रति अपनी जवाबदेही के लिए समर्पित करते हैं। तभी कानपुर के किसी वार्ड, गली और मोहल्ले में विकास की प्रक्रिया तेजी के साथ बढ़ती हुई दिखाई देती है। इस सबके लिए मंच पर उपस्थिति जनप्रतिनिधियों का अभिनंदन करने और कानपुर वासियों को बधाई देने मैं और प्रदेश अध्यक्ष स्वयं आपके बीच में उपस्थित हुआ हूं। सभी परियोजनाएं अलग अलग क्षेत्र से जुड़ी हुई हैं।

उन्होंने कहा कि अन्नप्रासन के समय आप देख रहे होंगे कि बच्चे कितने निडर होकर यहां पर मेरे सामने हंस रहे थे। आप कल्पना कर सकते हैं कि नए उत्तर प्रदेश की तस्वीर बच्चे बयां कर रहे थे, जिसमें उन्हें यूपी में जन्म लेने का सौभाग्य प्राप्त हुआ है। प्रदेश का हर बच्चा गौरव की अनुभूति कर सकता है कि वह देश के अंदर जहां कहीं भी जाएगा आज गर्व के साथ कह सकता है कि मैं उत्तर प्रदेश का वासी हूं और मेरा जन्म उस समय हुआ था जब यूपी में भाजपा की सरकार आ गई थी।

उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश के सामने पहचान का ये संकट उन लोगों ने खड़ा किया, जिन्होंने पेशेवर अपराधियों और माफिया के पास प्रदेश की स्थिति और विकास को गिरवी रख दिया था। देखते ही देखते देश का सबसे समृद्ध प्रदेश, सबसे विकृत प्रदेश के रूप में सामने आ गया था। जिस प्रदेश में प्रभु श्रीराम और श्रीकृष्ण ने जन्म लिया था, बाबा विश्वनाथ के पावन धाम को स्थापित करने का सौभाग्य है, मां गंगा गंगोत्री से सबसे अधिक दूरी करती है, उस उत्तर प्रदेश के लिए नौजवान के सामने पहचान का संकट आ खड़ा हुआ था। यह वही लोग हैं, जिन्होंने राजनीति का अपराधीकरण किया था और अपराधियों को राजनीतिकरण करके उन्हें सत्ता में काबिज होने और विकास की परियोजनाओं पर जबरन कब्जा और डकैती डालने की छूट दी थी। ये वही लोग हैं जो आज घड़ियाली आंसू बहाने आपके पास आने का प्रयास करेंगे। आज मैं देख रहा था कि मेरा कार्यक्रम पहले से कानपुर में था, मुझे देखकर आश्चर्य हो रहा था कि दो दिन पहले गोरखपुर में दुखद घटना हुई थी। मैंने उसी दिन गोरखपुर पुलिस को कहा था कि इसमें तत्काल मुकदमा दर्ज होना चाहिये, और दाेषी कोई भी बख्शा नहीं जाएगा।

 

उन्होंने कहा कि अपराधी अपराधी होता है, मैंने सुबह यहां के जिला प्रशासन को भी कहा था कि पीड़ित परिवार से मैं मिलना चाहूंगा। क्योंकि एक दुखद घटना घटित हुई और उसकी पीड़ा के साथ जुड़ना हमारा दायित्व है। इस घटना के लिए जो भी दोषी होगा कोई बख्शा नहीं जाएगा, सभी की जवाबदेही भी तय करेंगे। अपराध और अपराधियों के प्रति हमारी सरकार की जीरो टॉलरेंस की नीति है, यह किसी से छिपा नहीं है और सरकार ने जो कहा वो करके दिखाया। कानपुर तो इसका जीता जागता उदाहरण है। जिन लोगों ने उत्तर प्रदेश की कानून व्यवस्था को पेशेवर अपराधियों के सामने गिरवीं रखा था, उनके सामने एक कहावत बिल्कुल सही बैठती है कि सौ चूहे खाकर बिल्ली चली हज करने…।

उन्होंने कहा कि ये लोग कोई अवसर नहीं गंवाते जो प्रदेश को बदनाम करने, अराजकता पैदा करने, केवल अपराधियों और माफिया की पैरवी करने और प्रदेश के नागरिकों को दी जाने वाली योजनाओं पर कहीं न कहीं ये लोग डकैती डालते थे। आज जब योजनाएं लोगों को मिल रही हैं तो इन्हें बुरा लग रहा है। आज इनको परेशानी कब होती है, जब किसी गरीब को शौचालय या आवास मिल जाता है। किसी वृद्धावस्था पेंशन, निरश्रित महिला को पेंशन और दिव्यांगजन को पेंशन मिलती है, किसान को सम्मान निधि से सम्मानित किया जाता है तो इन लोगों को बुरा लगता है। किसी पेशेवर अपराधी की अवैध संपत्ति पर सरकार का बुलडोजर चलता है तो इनको बुरा लगता है। इनकी सहानुभूति प्रदेश की जनता के साथ नहीं है, न पहले थी और आगे कभी आने वाली है। ये लोग तो वो हैं, जिन्होंने परिवार को ही प्रदेश मान लिया था और नौजवानों के भविष्य के साथ खिलवाड़ किया था। नौकरी निकलती थी और उसपर कैसे डकैती पड़ती थी, एक परिवार वसूली पर निकल पड़ता था। आज हमारी सरकार ने साढ़े चार साल पूरे किए है, हमारी सरकार ने पूरे प्रदेश में साढ़े चार लाख नौजवानों को सरकारी नौकरी दी है। इस सरकारी नौकरी पर कोई अंगुली नहीं उठा सकता। इसमें किसी जाति, मजहब, क्षेत्र या भाषा नहीं देखी गई, प्रदेश का नौजवान योग्य होगा और वह परीक्षा पास करेगा तो सरकार उसे सेवा का अवसर देगी और वह प्रदेश के विकास में योगदान करेगा।

 

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की जनसभा में राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन, स्वच्छ भारत मिशन, पीएम स्वनिधि, श्रम विभाग की कन्या विवाह सहायता योजना समेत सात योजनाओं के 16,400 लाभार्थियों को बुलाया गया है। पीएम आवास योजना शहरी के आवंटी राघवेंद्र, निसार बानो, उजमा रिजवी समेत पांच लाभार्थियों को चाबी दी जाएगी। प्रधानमंत्री स्वनिधि योजना से वेंडर सत्य नारायण, सीमा ङ्क्षसह समेत पांच को वित्तीय मदद की चेक मिलेगी। प्रधानमंत्री सम्मान निधि योजना के लाभार्थी हरपाल सिंह, अर्जुन सिंह, बचान समेत पांच किसानों को प्रमाण पत्र मिलेगा। दर्श, विधि, रिद्धि, वंशिका और अनुराग का अन्नप्राशन मुख्यमंत्री खुद करेंगे।

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सभा में स्ट्रीट वेंडर और पीएम स्वनिधि योजना के 4500, प्रधानमंत्री शहरी आवास योजना के पांच सौ, स्वच्छ भारत मिशन योजना के दो हजार, किसान सम्मान निधि के एक हजार, अन्नप्राशन के लिए पांच सौ बच्चे और माताएं हैं। प्रधानमंत्री आवास योजना ग्रामीण के 15 सौ लाभार्थी, राष्ट्रीय आजीविका मिशन के दो हजार, श्रम विभाग की कन्या विवाह सहायता योजना के एक हजार, पारिवारिक लाभ योजना और शादी अनुदान के एक हजार लाभार्थी, उद्योग विभाग की ऋण योजनाओं के दो सौ लाभार्थी, मत्स्य विभाग और उद्यान विभाग के दो सौ लाभार्थी सभा स्थल में मौजूद हैं।

इन कार्यों का लोकार्पण और शिलान्यास

लोकार्पण कार्य व लागत

सिग्नेचर ग्रीन्स सिटी विकास नगर 4.38 अरब रुपये

मल्टी लेवल पार्किंग फूलबाग 70.66 करोड़ रुपये

आइआइटी पांडुनगर 3.26 करोड़ रुपये

प्रदेश के अधीनस्थ न्यायालय भवन में आवासीय भवन की मरम्मत – 2.55 करोड़ रुपये

डीएवी कालेज में अटल द्वार बनाने व थियेटर का सुंदरीकरण – 1.72 करोड़ रुपये

अग्निशमन केंद्र किदवईनगर में भवनों का निर्माण 5.12 करोड़ रुपये

आइआइटी लालबंगला 6.86 करोड़ रुपये

बारासिरोही में सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र से सब्जी मंडी तक नाला निर्माण- 45.20 लाख रुपये

राष्ट्रपति के निजी आवास इंदिरा नगर के पास की सड़क – 12.77 लाख रुपये

पनकी औद्योगिक क्षेत्र साइट नंबर एक में सड़क व फुटपाथ सुधार – 49.90 लाख रुपये

शिलान्यास कार्य

कार्य – 17

लागत – 23.50 करोड़ रुपये

प्रमुख कार्य लागत

सीओडी पुल से रामादेवी चौराहे तक साइट पटरी – 2.75 करोड़ रुपये

फजलगंज चौराहा से गोङ्क्षवद नगर होते हुए हाईवे तक साइड पटरी कार्य 3.44 करोड़ रुपये

विजय नगर चौराहे से सीटीआइ चौराहा होते हुए नौबस्ता बाईपास तक साइट पटरी कार्य – 2.88 करोड़ रुपये

काकादेव थाने से सामने स्वराज आश्रम तक साइट पटरी – 60 लाख रुपये

औद्योगिक क्षेत्र दादानगर में नाला निर्माण – 49 लाख रुपये

मसवानपुर चौराहे से विजय नगर की सड़क तक साइट पटरी का कार्य – 1.73 करोड़ रुपये

ओ ब्लाक सब्जी मंडी किदवईनगर सड़क सुधार – 9.25 करोड़ रुपये

चंदनपुर गांव डामर रोड से बनहारी गांव तक खड़ंजा कार्य – 24.74 लाख रुपये

राधन मार्ग से सिहुरामऊ राधन डामर रोड तक सीसी कार्य – 18.86 लाख रुपये

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