बसपा के इन बड़े नेताओं को किया गया निष्कासित
सीतापुर। बसपा की पूर्व सांसद कैसरजहां, पूर्व मंत्री रामहेत भारती व पूर्व विधायक जासमीर अंसारी को बसपा से निष्कासित कर दिया गया है। तीनों नेताओं पर पार्टी विरोधी गतिविधियों में लिप्त होने का आरोप है। बसपा जिलाध्यक्ष विकास राजवंशी ने इसकी पुष्टि की है। पार्टी की यह बड़ी कार्रवाई सियासी गलियारों में सुर्खियां बनी हुई हैं।
हरगांव से तीन बार बसपा से विधायक रहे पूर्व मंत्री रामहेत भारती का पार्टी में बड़ा कद माना जाता था। लगातार तीन चुनाव हारने के बाद वर्ष 2002 में भाजपा के पूर्व मंत्री दौलत राम को हराकर रामहेत पहली बार विधायक बने थे। इसके बाद इन्होंने वर्ष 2007 व 2012 में हुए विधानसभा चुनाव में बसपा के टिकट पर जीत दर्ज की। पार्टी में मंडल कोआर्डिनेटर रहे रामहेत भारती अनुसूचित जाति एवं जनजाति आयोग व किशोर कल्याण बोर्ड के सदस्य भी रहे हैं। वर्ष 2017 में हुए वह हार गए।
इसके अलावा लहरपुर से बसपा के पूर्व विधायक जासमीर अंसारी वर्ष 2000 में पहली बार नगर पालिका का चुनाव जीतकर सुर्खियों में आए थे। 2007 में पहली बार विधायक बने। इसके बाद वह 2012 में भी बसपा से दूसरी बार विधायक निर्वाचित हुए। बीते चुनाव में भाजपा प्रत्याशी सुनील वर्मा ने इन्हें हराकर जीत के सिलसिले को तोड़ा। सीतापुर लोकसभा सीट से सांसद रहीं कैसरजहां लहरपुर नगर पालिका से वर्ष 2005 में अध्यक्ष चुनी गईं। 2009 के लोकसभा चुनाव में बसपा के टिकट पर सांसद चुनी गईं। वर्ष 2014 में हुए लोकसभा चुनाव में भाजपा के राजेश वर्मा से वह चुनाव हार गई थीं।