पंजाब की भगवंत सरकार ने राज्य में किया बड़ा प्रशासनिक फेरबदल, 81 आइएएस और पीसीएस अफसराें के तबादले

पंजाब की भगवंत मान सरकार ने बड़ा प्रशासनिक फेरबदल किया है। राज्य सरकार ने 81 आइएएस और पीसीएस अफसरों के तत्काल प्रभाव से तबादले कर दिए हैंं। भगवंत मान सरकार के गठन के बाद इतने बड़े पैमाने पर यह पहला फेरबदल है।

भगवंत मान सरकार के सत्ता में आने के बाद से राज्य में प्रशासनिक फेरबदल की संभावना काफी समय से थी। इस दौरान कुछ परिवर्तन पहले भी हुए थे, लेकिन बुधवार को राज्य सरकार ने नौकरशाही में व्यापक बदलाव कर दिया। राज्य सरकार ने 81 आइएएस और पीसीएस अधिकारियों के तबादले और नियुक्तियों के आदेश जारी किया। ये तबादले तत्काल प्रभाव से किए गए हैं।
तबादला सूची में राज्य के उच्च प्रशासनिक अधिकारियों के साथ – साथ कई जिलों के अफसरों के भी नाम हैं। कई अधिकारियों को अतिरिक्त कार्यभार भी सौंपा गया है। राज्य सरकार ने अतिरक्त मुख्य सचिव 1992 बैच के आइएएस सर्वजीत सिंह को कृषि और किसान कल्याण विभाग के साथ-साथ बागवानी, मिट्टी व जल संरक्षण विभाग का भी अतिरिक्त कार्यभार सौंपा गया है।
जिन आइएएस अधिकारियों को अतिरिक्त दायित्व मिला है, उनमें जालंधर के उपायुक्त घनश्याम थोरी भी शामिल हैं। उन्हें आईएएस संदीप ऋषि के स्थान पर जालंधर डेवलमेंट अथारिटी का मुख्य प्रशासक नियुक्त किया गया है। डीसी थोरी के पास जंग-ए-आजादी मेमोरियल फाउंडेशन के सीईओ का चार्ज भी पहले से है।
जालंधर के डीसी जेडीए के मुख्य प्रशासक भी बने। जालंधर को नई निगम कमिश्नर मिली है। आइएएस दीपशिखा शर्मा को जालंधर नगर निगम की नई कमिश्नर नियुक्त किया गया है। उनकी नियुक्ति आइएएस करनेश शर्मा की जगह की गई है। साल 2015 बैच की अधिकारी दीपशिखा शर्मा इससे पहले रूपनगर में एडीसी के दौर पर काम कर रही थीं।
लुधियाना की डीसी सुरभि मलिक को ग्लाडा का अतिरिक्त दायित्व दिया गया है। उनको द ग्रेटर लुधियाना विकास प्राधिकरण (ग्लाडा) की भी जिम्मेदारी सौंपी गई है । उनको हाल में ही लुधियाना का जिला उपायुक्त बनाया गया था।


