इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट मैच में खलेगी टीम इंडिया को इन दो खिलाड़ियों की कमी

इंग्लैंड के खिलाफ आगामी टेस्ट सीरीज के लिए टीम इंडिया फेवरेट टीम मानी जा रही है. भारत को अपने घरेलू मैदान में खेलना फायदा मिलेगा लेकिन टीम इंडिया को रिवर्स स्विंग के माहिर गेंदबाज मोहम्मद शमी और उमेश यादव की कमी खलेगी. भारतीय पिचों पर रिवर्स स्विंग तेज गेंदबाजों का मारक हथियार है. एशियाई पिचों पर रिवर्स स्विंग एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है. इंग्लैंड की टीम ने 2012-13 में भारतीय दौरे पर इसी अचूक हथियार की बदौलत महेंद्र सिंह धोनी की अगुवाई वाली टीम इंडिया को 2-1 से मात दी थी.

उस दौरे पर इंग्लैंड के स्पिनर मोंटी पनेसर और ग्रीम स्वान ने भारतीय बल्लेबाजों के खिलाफ काफी विकेट चटकाए थे. हालांकि धोनी ने इंग्लैंड के खेमे में जेम्स एंडरसन की मौजूदगी को दोनों पक्षों के बीच प्रमुख अंतर करार दिया था. एंडरसन ने तब चार टेस्ट में सिर्फ 12 विकेट लिए थे, लेकिन इससे फर्क पड़ा था. 38 वर्षीय एंडरसन पहले दो टेस्ट मैचों में से कम से कम एक में खेलेंगे. इंग्लैंड के पास अनुभवी स्टुअर्ट ब्रॉड और जोफ्रा आर्चर भी है. बेन स्टोक्स भी रिवर्स स्विंग गेंदबाजी में काफी माहिर हैं. दूसरी ओर भारत के पास जसप्रीत बुमराह, इशांत शर्मा, मोहम्मद सिराज और शार्दुल ठाकुर हैं. भारत के पास शमी और उमेश नहीं हैं जो घरेलू परिस्थितियों में प्रभावी रहे हैं. ऑस्ट्रेलिया के हालिया दौरे पर दोनों घायल हो गए थे. पहले दो टेस्ट के लिए उन्हें टीम में शामिल नहीं किया गया है.

रिवर्स स्विंग की भूमिका होगी अहम
इंग्लैंड के बल्लेबाजी कोच ग्राहम थोर्प ने भी कहा है कि रिवर्स स्विंग अहम भूमिका निभाएगा. उन्होंने कहा, “यह दोनों तरफ के गेंदबाजों के लिए काफी महत्वपूर्ण हथियार है. सामान्य स्विंग और रिवर्स स्विंग करने वाले गेंदबाज अक्सर बल्लेबाजों पर दबाव बनाते हैं.” पहले सेशन में विकेट से टर्न मिलने की संभावना नहीं और इसका मतलब है कि तेज गेंदबाज निर्णायक होंगे. पूर्व भारतीय तेज गेंदबाज मनोज प्रभाकर रिवर्स स्विंग का उपयोग करने में माहिर रहे हैं. उन्होंने कहा है कि इंग्लैंड के खेमे में एंडरसन की उपस्थिति और टीम इंडिया में शमी और यादव की अनुपस्थिति का मतलब है कि यह सीरीज भारत के लिए आसान नहीं होने वाली.
प्रभाकर ने कहा, “यह इतना आसान नहीं होगा. रिवर्स स्विंग के लिए आपको ऐसे गेंदबाजों की आवश्यकता होती है जो शमी की तरह गेंद को रिलीज करते हैं. इसके अलावा अनुभव की आवश्यकता भी होती है. मुझे नहीं पता कि सिराज एंड कंपनी रिवर्स स्विंग में अच्छी है या नहीं, लेकिन शमी और यादव दोनों बहुत अनुभवी हैं.”

पिछली बार इंग्लैंड ने 2016 में भारत का दौरा किया था जिसमें शमी और यादव भारत के सबसे सफल तेज गेंदबाज थे. दोनों ने 18 विकेट चटकाए थे. हालांकि भारतीय स्पिनरों ने 68 विकेट अपने नाम किया था. आश्चर्यजनक रूप से एंडरसन 2016 में अपनी छाप नहीं छोड़ सके. उन्होंने तीन टेस्ट मैचों में सिर्फ चार विकेट लिए. एक साल बाद एंडरसन का श्रीलंका दौरा भी बेहद खराब रहा जहां उन्हें दो टेस्ट में सिर्फ एक विकेट मिला. हालांकि हाल में ही उन्होंने गॉल में श्रीलंका के खिलाफ खेले गए एकमात्र टेस्ट में छह विकेट हासिल किया है.

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