Swiggy लाएगी 120 करोड़ डॉलर का IPO

ऑनलाइन ऑर्डर पर खाना पहुंचाने वाली कंपनी स्विगी 1.2 अरब डॉलर का आरंभिक सार्वजनिक निर्गम (आईपीओ) ला सकती है। कंपनी पंजीयक को दी गई जानकारी से पता चला है कि स्विगी के इस प्रस्ताव को उसके शेयरधारकों ने मंजूरी दे दी है। बेंगलूरु की यह कंपनी नए शेयर जारी कर करीब 3,750 करोड़ रुपए (लगभग 45 करोड़ डॉलर) जुटाने की योजना बना रही है। वह ऑफर फॉर सेल (ओएफएस) के जरिये 6,664 करोड़ रुपए और आईपीओ से पहले एंकर निवेशकों से करीब 750 करोड़ रुपए जुटाने के बारे में भी सोच रही है। स्विगी का आईपीओ इसी साल आ सकता है। मगर अभी तक उसने भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड (सेबी) के पास निर्गम के दस्तावेज जमा नहीं कराए हैं।

मार्केट इंटेलिजेंस प्लेटफॉर्म ट्रैक्सन के अनुसार स्विगी में सबसे अधिक करीब 32 फीसदी हिस्सेदारी प्रोसस की है। उसमें सॉफ्टबैंक की 8 फीसदी, एस्सेल की 6.2 फीसदी, संस्थापक समूह की 6.7 फीसदी और एलिवेशन कैपिटल की 4.4 फीसदी हिस्सेदारी है। इसके अलावा नॉर्वेस्ट, टेनसेंट, डीएसटी ग्लोबल और अल्फा वेव ने भी स्विगी में निवेश
किया है।

आईपीओ को शेयरधारकों की मंजूरी का खुलासा 23 अप्रैल को स्विगी की असाधारण आम बैठक (ईजीएम) के एक दिन बाद हुआ है। ईजीएम में कंपनी के सह-संस्थापकों श्रीहर्ष मजेटी और नंदन रेड्डी को कंपनी का कार्यकारी निदेशक नियुक्त किया गया है। मजेटी को 1 अप्रैल, 2024 से तीन साल के लिए कार्यकारी निदेशक बनाया गया है। उन्हें वित्त वर्ष 2025 में 2.5 करोड़ रुपए और वित्त वर्ष 2026 में 3 करोड़ रुपए का पारिश्रमिक मिलेगा।

बोर्ड ने राहुल बोथरा को मुख्य वित्तीय अधिकारी और एम श्रीधर को कंपनी का सचिव तथा अनुपालन अधिकारी नियुक्त किया गया है। स्विगी ने इस पर कोई टिप्पणी नहीं की। वैश्विक अर्थव्यवस्था में नरमी के कारण स्टार्टअप कंपनियों के लिए निवेश जुटाना काफी कठिन हो गया था। इसलिए पिछले साल कई देसी स्टार्टअप ने आईपीओ ठंडे बस्ते में डाल दिए थे। मगर इस साल करीब 14 कंपनियां बाजार में सूचीबद्ध होने की तैयारी कर रही हैं। इनमें फर्स्टक्राई, ओला इलेक्ट्रिक, पेयू, मोबिक्विक और ऑफिस के नाम शामिल हैं। 

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