स्वरा भास्कर को इस वजह से नहीं मिल रहा इंडस्ट्री में काम, एक्ट्रेस का छलका दर्द
फिल्मी दुनिया में बहुत कम सितारे हैं, जो किसी भी मुद्दे पर अपनी राय देते हैं। इस लिस्ट में स्वरा भास्कर (Swara Bhaskar) भी शामिल हैं जो न राजनीतिक और ना ही सामाजिक मुद्दों पर बोलने से झिझकती हैं। वह खुलकर बयानबाजी करती हैं और शायद यही उनके करियर की सबसे बड़ी रुकावट बन गई।
अपने बयानों के लिए सुर्खियां बटोरने वालीं स्वरा भास्कर ने एक हालिया इंटरव्यू में खुलासा किया है कि आखिर क्यों उन्हें बॉलीवुड में फिल्में नहीं मिल रही हैं। अपनी उम्दा अदाकारी का लोहा मनवाने चुकीं स्वरा ने हैरान करने वाला खुलासा किया है।
स्वरा भास्कर सिर्फ राजनीति नहीं बल्कि इंडस्ट्री की भी पोल खोलने के लिए जानी जाती हैं। संजय लीला भंसाली की विवादित फिल्म पद्मावत की रिलीज के बाद अभिनेत्री ने एक ओपन लेटर लिखकर कई सीन्स को लेकर गुस्सा जाहिर किया था। अब एक्ट्रेस ने बताया कि कैसे विवादित मुद्दों पर रिएक्शन देने के चलते उन्हें इंडस्ट्री से दरकिनार कर दिया गया।
पद्मावत के लिए स्वरा भास्कर को बोलना पड़ा भारी
‘रांझणा’ अभिनेत्री ने कहा था, “मैं एक विक्टम की तरह एक्ट नहीं करना चाहती। मैंने यह रास्ता चुना है। मैंने फैसला किया कि मैं मुखर रहूंगी और मुद्दों पर अपनी राय रखूंगी। मैं चुप रहना भी चुन सकती थी। मुझे पद्मावत में जौहर के दृश्य पर अपना असंतोष व्यक्त करते हुए एक खुला पत्र लिखने की कोई जरूरत नहीं थी।”
स्वरा भास्कर ने आगे कहा, “आप मेरे से कई सारी शिकायतें कर सकते हैं। आप मुझे पसंद या नापसंद कर सकते हैं। मुझे लगता है कि जो लोग मुझसे नफरत करते हैं वो भी ये नहीं कह सकते हैं कि ये झूठी है या ये फेक है। वे यह नहीं कह सकते हैं कि मैं कोई और होने का दिखावा करती हूं जो मैं नहीं हूं। लोगों के साथ बातचीत के अनुसार मेरी राय नहीं बदलती। मैं सबके साथ समान रहती हूं। अगर मैं यह सब नहीं कहती तो घुट-घुट कर मर जाती।”
मुखर होने के चलते करियर में आई रुकावट
स्वरा भास्कर मानती हैं कि उनके मुखर होने के चलते उनके करियर पर असर पड़ा है। उन्हें वैसा काम नहीं मिला, जैसा वह चाहती थीं। एक्ट्रेस ने कहा, “आप कह सकते हैं कि मुझे युद्ध में गोली लगी है और जब गोली लगती है तो दुख होता है। यह मेरी राय के परिणाम हैं। मेरी बेटी राबिया के जन्म से पहले एक्टिंग मेरा सबसे बड़ा पैशन और प्यार था। मैं कई सारे रोल्स और एक्टिंग प्रोजेक्ट्स करना चाहती थी। मगर मुझे वैसा चांस नहीं मिला, जैसा मैं चाहती थी। इतने सारे एक्टिंग प्रोजेक्ट न मिलने की कीमत चुकानी पड़ती है जिसमें वित्तीय और भावनात्मक दोनों तरह की परेशानियां शामिल हैं।”
स्वरा भास्कर ने कहा, “प्रतिष्ठा को लेकर चिंता होती है। मुझे एक कॉन्ट्रोवर्शियल एक्ट्रेस के रूप में टैग किया गया है। निर्देशक, निर्माता और वितरक आपके बारे में बुरा-भला कहना शुरू कर देते हैं। आपकी एक इमेज बन जाती है। ऐसा नहीं है कि मुझे इसकी चिंता नहीं है, लेकिन मैं अपनी बात पर टिके रहने में कामयाब रही हूं, लेकिन जो बात मुझे सबसे ज़्यादा दुख पहुंचाती है, वह यह है कि मैं उस चीज से संतुष्ट नहीं हो पाई जिसे मैं सबसे ज्यादा प्यार करती हूं – अभिनय।”