22 अप्रैल 2018 दिन रविवार का राशिफल एवं पञ्चाङ्ग

।।आज का पञ्चाङ्ग।।

आप सभी का मंगल हो 22 अप्रैल 2018 दिन रविवार

22 अप्रैल 2018 दिन रविवार का राशिफल एवं पञ्चाङ्गऋतु-ग्रीष्म 
माह-वैशाख 
पक्ष-शुक्ल
तिथि-सप्तमी, 16:19 तक
सूर्य-उत्तरायण
सूर्योदय-प्रातः 06:00
सूर्यास्त-सायं 06:50 
राहूकाल(अशुभसमय)शायं
सायं – 4:30 से 6:00 तक
दिशाशूल-पश्चिम

।।आज का राशिफल।।

मेष (Aries): किसी नए कार्य को प्रारंभ करने के लिए आज समय अनुकूल रहेगा। आज सरकारी लाभ होने की संभावना है। व्यापार और व्यावसायिक लाभ होगा। विचारों में शीघ्र ही परिवर्तन होंगे। परंतु मध्याह्न के बाद मन की दृढता कुछ ढीली होगी और मन विचारों में खोया रहेगा। मानसिक रूप से टालमटोल लगेगी।

वृषभ (Taurus): आज का दिन आपके लिए मध्यम फलदायी है। आज मित्रों तथा स्नेहीजनों के साथ हुई भेंट आनंदप्रद रहेगी। आज के दिन का अधिकांश भाग धन सम्बंधित योजना बनाने में ही बीता देंगे। 

मिथुन (Gemini): आर्थिक दृष्टिकोण से आज का दिन लाभदायी रहेगा। आज के दिन मित्रों एवं परिजनों का सहयोग आनंदमय बना देगा। उत्तम भोजन और वस्त्र की सुविधा भी आपको आज मिलेगी। मन में किसी प्रकार के निषेधात्मक विचार को प्रवेश न करने दें। व्यवसाय और व्यापार में अनुकूल वातावरण से मन में प्रसन्नता रहेगी। उत्साह तथा स्फूर्ति आज दिन भर मन में छाए रहेंगे। 

कर्क (Cancer): आर्थिक दृष्टिकोण से आज आय के मुकाबले खर्च अधिक रहेगा। नेत्रों के दुख से व्यग्रता बढ़ सकती है साथ में मानसिक चिंता भी रहेगी। किसी के साथ भ्रांति न हो इसका ध्यान रखें। आर्थिक दृष्टिकोण से लाभदायी दिन है। पारिवारिक वातावरण भी अच्छा रहेगा। मन से नकारात्मक भावनाएं दूर रखें। 

सिंह (Leo): आपको सामाजिक और व्यावसायिक क्षेत्र में आनंदप्रद और लाभप्रद समाचार मिलेंगे। मित्रों के भी शुभ समाचार मिलेंगे। आय में वृद्धि होगी तथा धनलाभ होगा। मध्याह्न के बाद आप वाणी और व्यवहार से भ्रांति खड़ी न हो जाए, इसका अवश्य ध्यान रखें। मानसिक चिंता हो सकती है। परिजनों और संतानों के साथ मनमुटाव होने की घटना भी बन सकती है। 

कन्या (Virgo): आपका दिन अनुकूल रहेगा। परिजनों के साथ आपका सम्बंध प्रेमभरा रहेगा। मित्रों और स्वजनों से उपहार मिलेंगे। व्यावसाय में उपरी अधिकारी आपके कार्य से प्रसन्न रहेंगे। आपकी प्रसन्नता में भी इससे वृद्धि होगी। किसी रमणीय स्थल पर छोटे से प्रवास का आयोजन होगा। विवाहोत्सुकों को अपेक्षित जीवनसाथी मिल जाएंगे। मित्रों से लाभ होगा। 

तुला (Libra): शारीरिक रूप से शिथिलता और आलस्य रहेगा। व्यवसाय में आपके अधिकारी आप पर अप्रसन्न रह सकते हैं। संतान के साथ भी मतभेद हो सकता है परंतु मध्याह्न के बाद कार्यालय के वातावरण में सुधार होगा। उच्च अधिकारीगण की कृपादृष्टि आपको लाभ देगी, प्रमोशन हो सकता है। सामाजिक क्षेत्र में भी मान-सम्मान प्राप्त करने के प्रसंग बनेंगे। 

वृश्चिक (Scorpio): आध्यात्मिकता और ईश्वर की प्रार्थना से अनिष्ट विषयों से छुटकारा प्राप्त कर सकेंगे। शारीरिक एवं मानसिक रूप से आप अस्वस्थ हो सकते हैं। मानहानि न हो, इसका ध्यान रखें। वाणी पर संयम रखने से परिस्थिति अनुकूल बन सकेगी। व्यावसायिक क्षेत्र में आपत्ति आ सकती है। ऊपरी अधिकारियों से बनाकर रखें। 

धनु (Sagittarius): पारिवारिक वातावरण आनंदप्रद रहेगा। शारीरिक और मानसिक रूप से भी आप स्वस्थ रहेंगे, परंतु मध्याहन के बाद आप के मन में नकारात्मक विचारों की भावनाओं से भारीपन का अनुभव होगा। इससे मन व्यथित हो जाएगा। क्रोध की मात्रा भी बढ़ सकती है। परिरजनों तथा सहकारियों के साथ अधिक वाद-विवाद न करें। आध्यात्मिकता आप को शांतिप्रदान करेगी ऐसा गणेशजी कहते हैं। 

मकर (Capricorn): बातचीत करते समय क्रोध पर संयम बरतें। परिवार में सुख-शांति और आनंदपूर्ण वातावरण बना रहेगा। मान सम्मान मिलने की भी संभावना है। आर्थिक लाभ होगा। मध्याह्न के बाद आप मित्रों और स्वजनों के साथ सावधानीपूर्वक रहें। वाहनसुख मिलने से मन प्रफुल्लित रहेगा। मनोरंजन स्थल पर जाकर मन को आनंद देने का प्रयास सफल रहेगा। 

कुंभ (Aquarius): कला के प्रति आज आपको विशेष अभिरुची रहेगी। खर्च की मात्रा आज के दिन अधिक रहेगी। संतान से संबंधित प्रश्न सताएंगे। परंतु मध्याह्न के बाद घर में शांतिपूर्ण वातावरण छाया रहेगा। अपूर्ण कार्य पूर्ण होंगे। शारीरिक स्वास्थ्य में सुधार होगा। आर्थिक लाभ होगा। व्यवसाय में कर्मचारियों का सहकार भी आपको मिलेगा। 

मीन (Pisces): आज अधिक भावनाशील न बनने के लिए गणेशजी सलाह देते हैं। विचारों की अधिकता के कारण मानसिक रूप से शिथिलता का अनुभव होगा। पेट से सम्बंधित अजीर्ण जैसे रोग से शारीरिक अस्वस्थता का अनुभव होगा। आज विद्यार्थियों के लिए लाभकारी दिन है। यात्रा-प्रवास के लिए समय अनुकूल नहीं है। सम्मान का भंग न हो इसका ध्यान रखें। 

।।प्रेरणादाई छंद।।

लोचन अभिरामा तनु घनस्यामा निज आयुध भुज चारी। 
भूषन बनमाला नयन बिसाला सोभासिंधु खरारी।।

अर्थ:- गोस्वामी तुलसीदास जी प्रभू श्री राम की छवि का वर्णन करते है कि बच्चे की आँख तो बंद होती है किंतु यहां तो प्रभू की बड़ी सुंदर आँखें हैं,साँवरा शरीर है वर्षाकालीन मेघ के समान रसीले है, प्रभू अपने चारों हाथों में आयुध लिए हुवे हैं। राघव जी आभूषण पहिने हुवे हैं,इनके गले में बनमाला है और विशाल नेत्र प्रभू के, और शोभा के समुद्र हैं, किन्तु जो कोमल स्वभाव का होता है उसके लिये कोमल और कर्कशता को प्रभू सहन नही करते उनके लिये कठोर हैं।

।।इति शुभम्।।

।।आचार्य स्वामी विवेकानन्द।।
।।सरस् श्रीरामकथा, श्रीमद्भागवत कथा व्यास व ज्योतिर्विद।।
।।श्री अयोध्याधाम।।
संपर्क सूत्र-9044741252

Back to top button