स्टडी में हुआ बड़ा खुलासा, आखिर क्यों समय से पहले जन्म ले रहे बच्चे…

इंसानों की अगली पीढ़ी समय से पहले जन्म ले रही है. जानते हैं क्यों? क्योंकि इंसानों की गतिविधियों की वजह से पूरी दुनिया में हो रहा है क्लाइमेट चेंज यानी पर्यावरण परिवर्तन. एक नई स्टडी में इस बात का खुलासा हुआ है कि पर्यावरण परिवर्तन की वजह से ब्राजील के अमेजन इलाके में प्री-मैच्योर बर्थ (समय पूर्व जन्म) के मामले बहुत ज्यादा बढ़ गए हैं. ये स्टडी 11 साल के बीच जन्में 3 लाख बच्चों पर की गई है.

इंसानों की अगली पीढ़ी समय से पहले जन्म ले रही है. जानते हैं क्यों? क्योंकि इंसानों की गतिविधियों की वजह से पूरी दुनिया में हो रहा है क्लाइमेट चेंज यानी पर्यावरण परिवर्तन. एक नई स्टडी में इस बात का खुलासा हुआ है कि पर्यावरण परिवर्तन की वजह से ब्राजील के अमेजन इलाके में प्री-मैच्योर बर्थ (समय पूर्व जन्म) के मामले बहुत ज्यादा बढ़ गए हैं. ये स्टडी 11 साल के बीच जन्में 3 लाख बच्चों पर की गई है.

पर्यावरण परिवर्तन की वजह से बच्चों का जन्म के समय वजन कम था. इसकी सबसे बड़ी वजह थी अत्यधिक बारिश. साथ ही खराब शिक्षा प्रणाली, स्वास्थ्य सुविधाएं और आर्थिक कमजोरी. इतना ही नहीं सामान्य बारिश की वजह से भी 40 फीसदी नवजातों का वजन कम रह जाता है. यह स्टडी नेचर सस्टेनेबिलिटी जर्नल में सोमवार को प्रकाशित हुई है. 

इस स्टडी को करने वाले शोधकर्ताओं में से एक ल्यूक पेरी ने बताया कि ब्राजील में क्लाइमेट चेंज की वजह से बढ़ी बारिश मलेरिया जैसी संक्रामक बीमारियां फैलती हैं. इससे खाने की दिक्कत होती है. गर्भवती महिलाओं को मानसिक स्वास्थ्य संबंधी दिक्कतों का भी सामना करना पड़ता है. ये सारे मिलकर अजन्मे बच्चे और नवजात की सेहत पर असर डालते हैं.

ल्यूक पेरी कहते हैं कि ये पर्यावरणीय नाइंसाफी का एक उदाहरण है. क्योंकि ये लोग अमेजन के कट रहे जंगलों से बहुत दूर हैं. इन लोगों की वजह से यहां का पर्यावरण नहीं बदला. क्लाइमेट चेंज नहीं हुआ लेकिन भुगत ये लोग रहे हैं. इन्हें पर्यावरण ने सबसे पहले हिट किया और बहुत बुरे तरीके से हिट किया है.साइंड एडवांसेस नामक जर्नल में साल 2018 में एक रिपोर्ट छपी थी कि अमेजन की नदियों में कुछ दशक पहले इतनी बाढ़ नहीं आती थी. अब तो हर साल पांच बार बाढ़ आना सामान्य हो गया है. पिछले हफ्ते ब्राजील के राष्ट्रपति जायर बोल्सोनारो ने अमेजन इलाके में पड़ने वाले एकरे प्रांत में आई बाढ़ का हवाई जायजा लिया था. वहां आपातकाल की घोषणा की थी. 

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