फगवाड़ा में तनाव बरकरार, बाजार सुनसान, सरकारी प्रतिष्ठानों पर भी असर

फगवाड़ा। दो समुदायों में शुक्रवार रात हुए टकराव के बाद सोमवार को चौथे दिन भी शहर में तनाव बरकरार रहा। हालांकि बाजार में कुछ दुकानें खुली दिखाई दी, लेकिन बाजारों में भीड़ नहीं रही। शहर में आलम यह है कि बिना किसी अधिकारिक छुट्‌टी के ऐलान के स्कूल कालेज पूरी तरह से बंद हैं। यहां तक की सरकारी व निजी बैंक के अधिकारियों ने भी बैंकों के शटर गिरा रखे है। वहीं दूसरी ओर पुलिस ने शहर में सुरक्षा प्रबंध और कड़े कर दिए है। लेकिन लोगों में डर का माहौल कम होने का नाम नही ले रही है।फगवाड़ा में तनाव बरकरार, बाजार सुनसान, सरकारी प्रतिष्ठानों पर भी असर

इससे पूर्व गत दिवस पुलिस ने हिंदू संगठनों के चार नेताओं को माहौल खराब करने के आरोप में गिरफ्तार कर लिया था। कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए अर्धसैनिक बलों की नौ कंपनियों सहित दंगा निरोधक टीमें भी तैनात कर दी गई हैं। इसके अलावा पुलिस के तीन हजार अतिरिक्त जवान तैनात किए गए हैं। ज्यादातर प्राइवेट स्कूल प्रबंधकों की ओर से सोमवार को स्कूल बंद रखने का फैसला लिया गया है।

सरकार ने कहा है कि असामाजिक तत्वों द्वारा सोशल मीडिया व अन्य माध्यमों से माहौल खराब करने की कोशिशों को किसी भी कीमत पर सफल नहीं होने दिया जाएगा। पुलिस ने रविवार सुबह शिवसेना बाल ठाकरे के प्रदेश उपाध्यक्ष इंद्रजीत करवल, अखिल भारतीय हिंदू सुरक्षा समिति के प्रमुख दीपक भारद्वाज, भाजयुमो प्रधान राजीव चैहल राजू व हिंदूशिवसेना व पवन पुत्र दल के प्रमुख शिवी बत्ता को गिरफ्तार कर लिया।

चारों को ड्यूटी मजिस्ट्रेट वनिता कुमारी की अदालत में पेश किया गया, जहां से इन्हें न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया। चारों नेताओं को मॉडर्न जेल में रखा गया है। दिन भर दोनों समुदायों के लोग बैठकें करते रहे। हिंदू संगठनों व जनरल समाज ने डीसी मोहम्मद तय्यब, एसएसपी संदीप शर्मा व एसपी परमिंदर सिंह भंडाल से मुलाकात कर इंसाफ की गुहार लगाई। उन्होंने मांग की कि मामले में नामजद दलित संगठनों के लोगों को भी पकड़ा जाए। इसके बाद डीसी व एसएसपी ने दोनों समुदायों के लोगों के साथ बैठक कर शांति बनाए रखने की अपील की।

कैप्टन के ट्वीट के बाद चौकसी और बढ़ाई

मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह द्वारा दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई संबंधी ट्वीट के बाद इलाके में चौकसी और बढ़ा दी गई है। पल-पल की रिपोर्ट सरकार व डीजीपी सुरेश अरोड़ा को दी जा रही है। डीसी मोहम्मद तय्यब ने कहा कि फिलहाल स्थिति नियंत्रण में है। लोगों की सुरक्षा के लिए पुलिस प्रशासन पूरी तरह से वचनबद्ध है।

यह है विवाद

जालंधर-लुधियाना नेशनल हाईवे पर स्थित फगवाड़ा के बस स्टैंड के पास गोल चौक का नाम एक समुदाय ने संविधान निर्माता बाबा साहेब डॉ. भीम राव आंबेडकर के नाम पर रखने की कोशिश की। समुदाय के लोगों ने वहां डॉ. आंबेडकर की तस्वीर सहित संविधान चौक नाम का बोर्ड लगा दिया। इसका दूसरे समुदाय के लोगों ने विरोध किया जिसके बाद दोनों समुदायों में टकराव हो गया।

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