SP MLC कमलेश पाठक और दोनों भाई के खिलाफ दर्ज हैं 32 मुकदमे, कोतवाली में खुली हिस्ट्रीशीट

औरैया में दोहरे हत्याकांड में गिरफ्तार सपा एमएलसी कमलेश पाठक और उनके भाइयों का पुराना आपराधिक इतिहास रहा है। कोतवाली में तीनों भाइयों की हिस्ट्रीशीट खुली है, अकेले कमलेश पाठक के खिलाफ अलग अलग धाराओं में करीब 32 मुकदमे दर्ज हैं। क्षेत्र में उनकी गिनती बाहुबलियों में होती है और सपा की सरकार में दबदबा कायम रहने के कारण उनके खिलाफ कोई भी बोलने की हिम्मत नहीं जुटाता था। उनपर रासुका समेत कई मामले दर्ज हो चुके हैं और भाइयों पर भी सेवन क्रिमिनल एक्ट के मामले दर्ज हैं।

बीस साल की उम्र में दर्ज हो गया था हत्या का मुकदमा

औरैया में मंदिर की भूमि को लेकर विवाद में वकील व उनकी बहन की हत्या के मामले में गिरफ्तार सपा एमएलसी कमलेश पाठक पर पहले भी कई आपराधिक मामले दर्ज हो चुके हैं। सपा संरक्षक मुलायम सिंह यादव के साथ राजनीति शुरू करने वाले कमलेश पर 1974 में चुनाव के दौरान हत्या आदि धाराओं में मुकदमे दर्ज हुए थे। राजनीति में उतरे कमलेश पाठक पर 20 साल की उम्र में हत्या का मुकदमा दर्ज हो गया था।

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इसके बाद राजीनीति में कद बढऩे के साथ मुकदमे भी बढ़ते गए। 1984 के विधानसभा चुनाव में मतपेटी लूटकर कुएं में फेकने का भी मुकदमा दर्ज हुआ था। 1989 में जनता दल के विधायक रहते हुए कमलेश ने फफूंद स्टेशन पर असम मेल रोक ली थी, जिस पर रेलवे ने उनपर मुकदमा लिखवाया था। 2008 में बसपा सरकार में इंजीनियर हत्याकांड के समय आंदोलन व आगजनी में उनके खिलाफ विभिन्न धाराओं में मुकदमे दर्ज करने के साथ पुलिस ने रासुका की कार्रवाई भी की थी।

औरैया कोतवाली में खुली है हिस्ट्रीशीट

सपा एमएलसी कमलेश पाठक, पूर्व ब्लाक प्रमुख उनके भाई संतोष पाठक और दूसरे भाई रामू पाठक औरैया कोतवाली के हिस्ट्रीशीटर अपराधी हैं। भड़ारीपुर निवासी कमलेश पाठक के खिलाफ औरैया थाने में 32 से ज्यादा मुकदमों की फेहरिस्त है और 141 ए संख्या में हिस्ट्रीशीट खुली है। वहीं उनके भाई पूर्व ब्लाक प्रमुख संतोष पाठक के खिलाफ कई धाराओं में नौ मुकदमे दर्ज हैं और 142 ए संख्या पर हिस्ट्रीशीट खुली है। रामू पाठक पर भी औरैया कोतवाली में सात मुकदमे दर्ज हैं और 143 ए संख्या में हिस्ट्रीशीट खुली है।

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