उत्तर कोरिया के बड़े कारनामे के चलते दक्षिण कोरियाई और जापान में आपातकालीन बैठक, बढ़ी टेंशन…

उत्तर कोरिया ने गुरुवार को पूर्वी सागर में दो कम दूरी की बैलिस्टिक मिसाइल दागीं. दक्षिण कोरिया के ज्वॉइंट चीफ ऑफ स्टाफ (JCS) ने इसकी जानकारी दी. जेसीएस ने कहा कि मिसाइलों को दक्षिण हमग्योंग प्रांत के हामजू शहर से सुबह 7 बजकर 6 मिनट और 7 बजकर 25 मिनट पर दागा गया. मिसाइलों ने 60 किलोमीटर की ऊंचाई के साथ लगभग 450 किलोमीटर तक उड़ान भरी.

उत्तर और साउथ कोरिया के बीच बढ़ी टेंशन

जेसीएस अधिकारी के हवाले से कहा गया, ‘दक्षिण कोरियाई (South Korea) और एसएस खुफिया अधिकारी उत्तर कोरिया की इस हरकत के बारे में एनालिसिस कर रहे हैं. वे इस बात की जांच कर रहे हैं कि इसके पीछे उत्तर कोरिया (North Korea) की मंशा क्या है. सूत्रों के मुताबिक, वे कम दूरी की बैलिस्टिक मिसाइल थीं.’

हमले के पीछे उत्तर कोरिया की मंशा क्या?

गौरतलब है कि आखिरी बार उत्तर कोरिया ने मार्च 2020 में एक बैलिस्टिक मिसाइल दागी थी. जेसीएस ने कहा कि उत्तर कोरिया के हर कदम की बारीकी से निगरानी की जा रही है.

दक्षिण कोरिया में आपातकालीन बैठक

इस बीच दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति ऑफिस ने एक आपातकालीन सुरक्षा बैठक बुलाई. योनहाप की रिपोर्ट में कहा गया है कि उत्तर कोरिया ने रविवार को पीले सागर में दो क्रूज मिसाइल दागीं. इसके चार दिन बाद गुरुवार को कम दूरी की दो बैलिस्टिक मिसाइलें दागीं.

मिसाइल लॉन्च के बाद अमेरिकी फोर्सेज कोरिया के प्रवक्ता, कर्नल ली पीटर्स ने कहा कि उत्तर कोरिया का मिसाइल दागना इस खतरे को उजागर करता है कि उसका अवैध हथियार प्रोग्राम पड़ोसी देशों और अंतरराष्ट्रीय समुदाय के लिए खतरा है.

जान लें कि अगले हफ्ते उत्तर कोरिया से जुड़े मुद्दों पर चर्चा के लिए अमेरिका, दक्षिण कोरिया और जापान बैठक करेंगे.

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