सोनिया गांधी ने चिंतन शिविर के पहले दिन पार्टी के नेताओं को संबोधित करते हुए सरकार पर बोला हमला…

राजस्थान के उदयपुर में कांग्रेस का तीन दिन का चिंतन शिविर आज से आरंभ हो रहा है. कांग्रेस की कार्यकारी अध्यक्ष सोनिया गांधी, राहुल गांधी और प्रियंका गांधी सहित कांग्रेस के देशभर के 400 बड़े नेता इसमें पहुंचे हैं. सोनिया गांधी ने चिंतन शिविर के पहले दिन पार्टी के नेताओं को संबोधित किया. इस दौरान उन्होंने केंद्र सरकार पर भी हमला बोला.

सोनिया गांधी ने केंद्र पर आरोप लगाते हुए कहा है कि, मौजूदा सरकार नफरत फैला कर अल्पसंख्यकों को दबा रही है. सोनिया गांधी ने कहा कि, अब तक यह पूरी तरह से और दर्दनाक रूप से स्पष्ट हो गया है कि पीएम नरेंद्र मोदी और उनके सहयोगियों का वास्तव में उनके नारे ‘अधिकतम शासन, न्यूनतम सरकार’ से क्या अर्थ है? इसका अर्थ है कि देश को ध्रुवीकरण की स्थायी स्थिति में रखना, लोगों को निरंतर भय और असुरक्षा की स्थिति में रहने के लिए विवश करना, अल्पसंख्यकों को शातिर तरीके से टारगेट करना और उन पर जुल्म करना जो हमारे समाज का अभिन्न हिस्सा हैं और हमारे देश के समान नागरिक हैं. 

सोनिया गांधी ने आगे कहा कि, हम विशाल प्रयासों से ही परिवर्तन ला सकते हैं, हमे निजी अपेक्षा को संगठन की आवश्यकताओं के अधीन रखना होगा. पार्टी ने काफी कुछ दिया है. अब कर्ज उतारने का समय है. एक बार फिर से साहस का परिचय देने की आवश्यकता है. हर संगठन को जीवित रहने के लिए बदलाव की जरूरत होती है. हमें सुधारों की सख्त जरुरत है. ये सबसे बुनयादी मुद्दा है. 

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