कुछ इस तरह से हुई थी शादी के बाद हनीमून मनाने की शुरुआत, जानें इसके पीछे की असली सच्चाई…

चाहे लड़का हो या लड़की शादी हर किसी के जीवन का खास और यादगार पल होता है। शादी में हर एक पल को शानदार और यादगार बनाने के लिए वर और वधू दोनों ही पक्ष बड़े जतन करते हैं। लेकिन इस सब के अलावा शादी के बाद एक और रस्म है जो बेहद ज़रूरी होती है। आज हम यहां हनीमून की बात कर रहे है।

कैसे हुई हनीमून मनाने की शुरुआत

आज के वक्त में तो लगभग सभी कपल्स शादी के बाद ज़िदंगी से कुछ ऐसे लम्हे चुराते हैं जिनमें वो सिर्फ एक-दूसरे के साथ वक्त बिता सकें। शादी के बाद के इस खूबसूरत पलों को ही हनीमून पीरियड का नाम दिया गया है।

हनीमून पीरियड कपल्स को एक-दूसरे के साथ वक्त बिताने का, उन्हें जानने का मौका देता है। शादी के बाद जब आप परिवार और ज़िम्मेदारियों के बंधन में बंध जाते हैं तो ये वक्त नहीं मिल पाता है इसलिए शादीशुदा ज़िंदगी की शुरूआत ही हनीमून से की जाती है।

एक-दूसरे की आदतों को जानने के लिए, उन्हें ठीक ढंग से पहचानने के लिए, अपनी बातें कहने के लिए, अपने पार्टनर की बाते सुनने के लिए ये एक बहुत ही सुनहरा वक्त होता है।

हनीमून को आप अपनी शादीशुदा ज़िदंगी की शुरूआत से पहले वार्मअप के तौर पर भी ले सकते हैं। यकीन मानिए, इस वार्मअप की यादें आपके दिल में हमेशा खूबसूरती के साथ कैद रहेंगी।

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