इसलिए महिलाएं शादी के बाद नहीं लेती अपने पति का नाम….

शादी के बाद महिलाओं के जीवन में कई बदलाव आ जाते है जो उनके संस्कार को दर्शाते है। उनसे वह अपने घर को स्वर्ग बनाती है। शादी के बाद महिलाएं अपने पतियों का नाम नहीं लेती है। वह अपने पतियों को बुलाने के लिए ‘जी’ शब्द का इस्तेमाल करती हैं। लेकिन क्या आपने कभी इस बात पर ध्यान दिया है कि आखिर क्यों आज भी कुछ महिलाएं अपने पतियों को उनके नाम से नहीं पुकारती है?

पतियों को नाम क्यों नहीं लेती महिलाएं:

हमारे पुराणों में कई जगह इसका जिक्र मिलता है। स्कंद पुराण में लिखा है कि पतियों को नाम से बुलाने पर उनकी उम्र घटने लगती है। इसलिए पतियों की लंबी आयु के लिए महिलाएं कभी भी उन्हें उनके नाम से संबोधित नहीं करती हैं।

इसके अलावा स्कंद पुराण में यह भी लिखा हुआ है कि वहीं महिलाएं पतिव्रता स्त्री कहलाती हैं जो अपने पतियों के खाने के बाद ही भोजन करती हैं।

जो महिलाएं अपने पतियों के सोने के बाद सोती हैं और सुबह पति के उठने से पहले उठ जाती हैं उन्हें ही पतिव्रता पत्नी का दर्जा दिया जाता है।

एक पातिव्रता स्त्री को पति के किसी कारणवश उनसे दूर रहने पर कभी श्रृंगार नहीं करना चाहिए। एक पतिव्रता स्त्री को अपने पति से अनुमति लिए बिना किसी भी तीर्थ स्थान या उत्सव में नहीं जाना चाहिए।

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