90 साल बाद बन रहा हैं करवाचौथ पर शिवयोग, इस बार ऐसा होगा चांद का दीदार

अखंड सुहाग के लिए बुधवार को महिलाएं करवा चौथ का व्रत रख रही हैं। इस साल करवाचौथ पर 90 साल बाद शिवयोग बन रहा है। इसके अलावा शंक, दीर्घायु, हंस, गजकेसरी, अमृत और सर्वार्थसिद्धि योग भी बन रहे हैं जो सुख, समृद्धि और दीर्घायु प्रदान करेंगे। पति-पत्नी के रिश्ते में मिठास घुलेगी।

 ज्योतिषाचार्य शिवशरण पाराशर ने बताया कि इस बार करवा चौथ पर शुभ योग बन रहे हैं। ज्योतिषाचार्य पूनम वार्ष्णेय ने बताया कि सर्वार्थ सिद्धि योग में सभी मनोरथ पूर्ण होते हैं। शिव योग में भगवान शिव की कृपा प्राप्त होती है। करवा चौथ पर निर्जल व्रत रखा जाता है। चंद्रमा के दर्शन के उपरांत ही भोजन किया जाता है। पति-पत्नी अपने संकल्प को याद करते हैं कि एक दूसरे के प्रति समर्पण की भावना रखेंगे।

पूजा का समय
शाम 4:56 से रात 8:05 बजे तक
करवाचौथ पर गुलाबी सर्दी में होगा चांद का दीदार
रात 8:13 बजे निकलेगा चांद, आसमान रह सकता है साफ

तापमान रहेगा कम, रात में 13 डिग्री हो गया पारा

करवाचौथ पर महिलाओं को रात गुलाबी सर्दी के बीच चांद का दीदार होगा। पिछले साल की तरह बादलों की ओट में छिपा चांद उन्हें परेशान नहीं कर पाएगा। मौसम विभाग के मुताबिक बुधवार रात 8:13 बजे चंद्रोदय होगा। आसमान साफ होने और बादलों की लुकाछिपी न होने के कारण आसानी से चांद देखा जा सकता है। मंगलवार को सुबह पारा और लुढ़क गया। अधिकतम तापमान हालांकि 32.2 डिग्री रहा, जबकि न्यूनतम तापमान सामान्य से दो डिग्री और नीचे यानी 13 डिग्री पर पहुंच गया। दिवाली से पहले न्यूनतम तापमान में जोरदार गिरावट आई है। मौसम विभाग के पूर्वानुमान केंद्र के मुताबिक अगले दो दिनों में सुबह धुंध छाई रह सकती है, वहीं न्यूनतम और अधिकतम तापमान में कमी बनी रहेगी। आसमान साफ रहने के आसार हैं। 

पति सीमा पर तैनात, वीडियो कांफ्रेंसिंग से होगा दीदार 
सेना के अधिकारी और जवान जहां सीमा पर सीना ताने दुश्मनों के नापाक इरादों को जवाब देने के लिए मुस्तैद हैं, वहीं अपने पति से कई सौ किलोमीटर दूर रह रहीं इन अधिकारियों और जवानों की पत्नियां उनकी लंबी आयु की कामना के लिए करवाचौथ का व्रत रखेंगी। इन महिलाओं का मानना है कि देश सेवा से अधिक उनके लिए कुछ भी नहीं है। चांद देखने के साथ पति और पत्नि वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से एक-दूसरे के साथ करवाचौथ मनाएंगे। 

मुझे गर्व है कि सेना में हैं मेरे पति 
मेरे पति हरेंद्र चौधरी इस समय श्रीनगर में तैनात हैं। मुझे गर्व है कि हिंदुस्तान की हरेक सुहागिन के माथे की सिंदूर की रक्षा के लिए मेरे पतिदेव श्रीनगर में तैनात हैं। बिना जल लिए उनकी लंबी आयु की कामना कर चांद को देखने के बाद व्रत खोलूंगी। – रूपम चौधरी 

मैंने खुद सजाई है चलनी
मेरे पति मेजर रवि प्रतीक जम्मू-कश्मीर में तैनात हैं। इस बार मैने करवा और चलनी को खुद सजाया है। मुझे इस बात का गर्व है कि मेरे पति दुश्मनों के नापाक इरादों को नेस्तनाबूद कर करोड़ों सुहागिनों के सिंदूर की रक्षा कर रहे हैं। – आकांक्षा प्रतीक 
 

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