‘टीम इंडिया को वर्ल्ड चैंपियन बनाने के लिए शास्त्री अपनाएंगे ये फॉर्मूला’

टीम इंडिया के दिग्गज लेग स्पिनर लक्ष्मण शिवरामकृष्णन ने कहा है कि भारतीय टीम के कोच रवि शास्त्री इंग्लैंड में होने वाले 2019 आईसीसी वर्ल्ड कप में 1985 वाली रणनीति के साथ खेलना चाहते हैं। एक अंग्रेजी अखबार से बातचीत करते हुए शिवरामकृष्णन ने कहा कि जब हम इंग्लैंड में 1985 दौरे पर थे तो टीम के कप्तान सुनील गावस्कर मुझे और शास्त्री को अपने साथ लंच पर ले गए थे और हमसे कहा था कि उन्हें हम दोनों से मिडिल ओवर में पांच विकेट चाहिए।

'टीम इंडिया को वर्ल्ड चैंपियन बनाने के लिए शास्त्री अपनाएंगे ये फॉर्मूला'उन दिनों को याद करते हुए शिवरामकृष्णन ने कहा कि उस समय गावस्कर ने हम दोनों से कहा था कि अगर तुम 10 ओवर में 50 रन देकर 2 या 3 विकेट मिडिल ओवर में निकाल देते हो तो मुझे कोई दिक्कत नहीं है, बस मुझे विकेट चाहिए। अब शास्त्री भी वही रणनीति अपनाते हुए दिखाई पड़ रहे हैं।

उन्होंने कहा कि शास्त्री की यह रणनीति इंग्लैंड में खेले जाने वाले वर्ल्ड कप में बेहद कारगर साबित हो सकती है। इसके पीछे उन्होंने तर्क दिया कि मौजूद टीम में दो बेहतरीन स्पिनर युजवेंद्र चहल और कुलदीप यादव हैं। शिवरामकृष्णन का मानना है कि इंग्लैंड में फिंगर स्पिनर की जगह रिस्ट स्पिनर ज्यादा सफल रहेंगे, क्योंकि रिस्ट स्पिनर को वहां उछाल और स्पिन दोनों मिलेगी।

शिवरामकृष्णन से जब पूछा गया कि क्या जडेजा और अश्विन टीम में वापसी कर सकते हैं तो उन्होंने कहा कि अभी इनके लिए थोड़ा मुश्किल है। इन दोनों को चहल और कुलदीप की जोड़ी कड़ी टक्कर दे रही है। जडेजा-अश्विन जब क्रिकेट के इस छोटे फॉर्मेट में पिटते हैं तो तेज गेंदबाजी करने लगते हैं, ऐसे में बल्लेबाजों को और मदद मिलने लगती है। वहीं, चहल-कुलदीप की जोड़ी कभी भी बचने नहीं बल्कि विकेट लेने के लिए जाते हैं।

शिवरामकृष्णन ने कहा कि जब मैंने धर्मशाला में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ कुलदीप यादव को उनकी डेब्यू कैप दी थी तो मैंने उनसे कहा था, ‘मैं भारत के लिए 4 साल ही खेल सका, लेकिन मैं चाहता हूं तुम 14 साल देश के लिए खेलो।’ उन्होंने चहल की तारीफ करते हुए कहा कि मेरा मानना है कि चहल भी अब टेस्ट खेलने के लिए तैयार है।

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