बारिश के बाद भूस्खलन से गंगोत्री-बदरीनाथ नेशनल हाईवे सहित कई सड़कें बंद

उत्तराखंड के गढ़वाल में भारी बारशि से भारी नुकसान हुआ। नदियों का जलस्तर बढ़ने के साथ ही कई जगह भूस्खलन हुआ। बदरीनाथ हाईवे और गंगोत्री-यमुनोत्री हाईवे कई जगह बाधित रहा। केदारनाथ हाईवे पर पर कई जगह मलबा सड़क पर आ गया इसकी वजह से लोगों ने भारी परेशानी झेली।  बीती रात भारी बारिश के चलते सिरोबगड़ भूस्खलन प्रभावित क्षेत्र  में बड़ी मात्रा में आए मलबे  में एक डीजल टैंकर के नदी में समाने की आशंका है। इसमें ड्राइवर समेत दो लातपता हैं।  एक सीमेंट से भरा ट्रक भी खाई में लटका है। मलबे के बीच दो कारें भी फंसी हैं।  

श्रीनगर से टीम लीडर दीपक मेहता के नेतृत्व में एसडीआरएफ की टीम राहत बचाव में जुटी रही।  बदरीनाथ हाईवे को खोलने का काम किया जा रहा है। एसडीआरएफ के टीम लीडर दीपक मेहता, हेड कास्टेबल भगत सिंह, कास्टेबल देवेंद्र कुमार, उपेंद्र इष्टवाल,, विवेकानंद रणाकोटि, रंजीत सिंह, किशन सिंह, नरेंद्र लाल, राहुल डोबरियाल, प्रवीन सिंह, प्रीतम सिंह, नंद किशोर, धारी देवी चौकी इंचार्ज अजय कुमार सहित फोर्स ने राहत बचाव किया। इधर, रुद्रप्रयाग से भी सीओ जीएल कोहली और कोतवाली निरीक्षक जयपाल सिंह नेगी मय फोर्स जहां तक हाईवे खुला था वहां तक पहुंचे। 

नरकोटा, खांकरा और सिरोबगड़ में आया मलबा
रुद्रप्रयाग श्रीनगर के बीच बदरीनाथ हाईवे सिरोबगड़ के साथ ही खांकरा और नरकोटा में भी बंद रहा। इस स्थान पर रुद्रप्रयाग की टीम द्वारा हाईवे खोल दिया गया। जबकि सिरोबगड़ में अत्यधिक मलबा आने के कारण आवाजाही दिनभर ठप रही। एनएच श्रीनगर की टीम द्वारा लगातार मलबा हटाने का काम किया गया। बार-बार हो रही बारिश के कारण काम करने में दिक्कतें पेश हुई। 

आवश्यक सेवाओं की आपूर्ति रही ठप
बदरीनाथ हाईवे बंद होने से जिले में आवश्यक सेवाओं की आपूर्ति नहीं हो सकी। दूध, सब्जी और अखबार के वाहन समय पर नहीं पहुंचे। लोगों को आवश्यक सेवाओं की आपूर्ति न होने से मुश्किलों का सामना करना पड़ा। दोपहर दो बजे तक जिले में आवश्यक वस्तुओं की पहुंच नहीं हो सकी। इसके साथ ही वाहन चालक परेशान रहें।

चमधार और कलियासौड़ में भारी मलबा आने से मार्ग बाधित 
श्रीनगर। 
गुरूवार को हुई बारिश के कारण चमधार व धारी देवी के समीप कलियासौड़ में राजमार्ग बाधित हो गया। जिसके कारण वाहनों की आवाजाही ठप रही। पुलिस ने श्रीनगर पौड़ी चुंगी में वाहनों को रोककर वैकल्पिक मार्ग से यातायात सुचारू कराया। मार्ग के बाधित होने से सिरोबगड़ में हुई घटनास्थल पर पुलिस व एसडीआरएफ की टीम को भी मुश्किलों का सामना करना पड़ा। चमधार में राजमार्ग पर बार-बार आ रहे मलबे के कारण श्रीनगर से रूद्रप्रयाग जाने व रूद्रप्रयाग से श्रीनगर की ओर आने वाले लोगों को दिक्कतें झेलनी पड़ रही हैं। कोतवाली श्रीनगर के एसएसआई रणवीर रमोला ने बताया कि मार्ग बाधित होने से यातायात को वैकल्पिक मार्गों से डायवर्ट करना पड़ा।  देर सायं तक मार्ग नहीं खुल पाया था।  

कर्णप्रयाग के पास दो घंटे बंद रहा बदरीनाथ हाईवे
कर्णप्रयाग। 
शुक्रवार दोपहर को बदरीनाथ हाईवे कर्णप्रयाग के पास उमा माहेश्वर आश्रम के पास पहाड़ी से मलबा आने से बंद हो गया। सड़क बंद होने से यहां स्कूली बच्चे भी दो घंटे तक फंसे रहे। बाद में एनएचआईडीसीएल ने जेसीबी मशीनों की मदद से यातायात शुरू किया। शुक्रवार दोपहर को करीब बारह बजे उमा माहेश्वर आश्रम के आगे सड़क पर भारी मात्रा में पहाड़ी से बोल्डर और मलबा आ गया। जिससे यहां यातायात बंद हो गया।

इस दौरान जिला मुख्यालय गोपेश्वर, चमोली, जोशीमठ सहित श्रीनगर, रूद्रप्रयाग आदि स्थानों आने जाने वाले वाहन फंस गए। इस दौरान यहां छुट्टी के बाद स्कूल से वापस कर्णप्रयाग, गौचर और सिमली आदि स्थानों को लौटने वाले स्कूली बच्चे भी फंसे रहे। हालांकि एनएचआईडीसीएल ने तत्परता दिखाते हुए  दो घंटे में यातायात सुचारू कर दिया। एनएचआईडीसीएल के अभियंता अंकित कुमार का कहना है कि दो बजे सड़क खुल गई थी।

बदरीनाथ हाईवे बारिश से जगह-जगह बाधित
गोपेश्वर। 
बदरीनाथ हाईवे के चमोली जिले में अलग-अलग स्थानों पर बाधित होने से लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ा। जबकि जिले में 39 ग्रामीण सड़कों पर मलबा आने से ये भी घंटों बंद रही। चमोली जिले में बदरीनाथ हाईवे गुलाब कोटी , बाबा आश्रम में बाधित रहने से लोग  परेशान रहे । जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी एनके जोशी ने बताया कि शुक्रवार को 39 ग्रामीण सड़कों पर मलबा आने से यातायात प्रभावित रहा। प्रशासन के निर्देश पर सम्बंधित विभाग मशीनों और मजदूरों के माध्यम से बंद हुयी सड़कों को खोलने में जुटा है।

परेशानी: तीन घंटे तक बंद रहे गंगोत्री और यमुनोत्री हाईवे
उत्तरकाशी। 

उत्तरकाशी में देर रात हुई मूसलाधार बारिश के चलते गुरूवार को गंगोत्री हाईवे संगलाई व नगुण वेरियर के पास तथा यमुनोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग पनोथ व ब्रहम्खाल के पास मलबा आने के कारण बंद रहा। जिन्हें बीआरओ व एनएच की टीम ने कड़ी मशक्कत के बाद तीन घंटे बाद यातायात के लिए सुचारू किया। इस दौरान स्थानीय लोगों को आवागमन करने में भारी परेशानी उठानी पड़ी। 

सीमांत जनपद में बारिश का कहर थमने का नाम नही ले रहा है। उत्तरकाशी में देर रात हुई मूसलाधार बारिश के कारण लोगों का जनजीवन एक बार फिर अस्त व्यस्त हो गया है। देर रात हुई बारिश से गंगोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग संगलाई व नगुण वेरियर के पास भारी मात्रा में मलबा व पत्थर सड़क पर आ गए। इससे मार्ग यातायात के लिए बाधित हो गया। स्थानीय लोगों ने इसकी सूचना प्रशासन को दी। जिसके बाद बीआरओ की टीम मौके पर पहुंची और तीन घंटे की मशक्कत के बाद मार्ग को खोला गया।

एनएच पर बोल्डर आने से बाधित हुआ यातायात
बीती रात कोटद्वार सहित आसपास के पहाड़ी क्षेत्रों में हुई बारिश से नजीबाबाद-बुआखाल नेशनल हाईवे पर दुगड्डा-फतेहपुर के बीच सड़क पर बड़े-बड़े बोल्डर आ गए। जिसके कारण यातायात बाधित हो गया, हालांकि एनएच की टीम ने करीब 11 घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद मार्ग को सभी वाहनों के लिए खोल दिया।
भारी बारिश के चलते गुरूवार रात को दुगड्डा से दो किलोमीटर आगे सड़क पर बड़े-बड़े बोल्डर आ गए।  इस दौरान छोटे वाहनों की आवाजाही बनी रही, लेकिन बड़े वाहनों की आवाजाही नहीं हो पाई। जिस कारण सड़क के दोनों ओर वाहनों की लंबी कतार लग गई।

दुगड्डा पुलिस चौकी प्रभारी इंद्रजीत राणा ने बताया कि गुरूवार रात को सूचना मिलते ही वह पुलिस टीम के साथ मौके पर पहुंचे। सड़क पर बड़े-बड़े बोल्डर आये थे, लेकिन छोटे वाहनों की आवाजाही लायक रास्ता बचा हुआ था। इसलिए बड़े वाहनों को रोककर रखा गया। सूचना पर राष्ट्रीय राजमार्ग की टीम भी मौके पर पहुंच गई थी। एनएच की टीम ने बोल्डर को ब्लास्ट कर तोड़ा। टीम ने  शुक्रवार दोपहर करीब 1 बजे मार्ग को सभी वाहनों के लिए खोल दिया।

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