RBI ने पैसों के लेनदेन से जुड़ा बदला ये बड़ा नियम, जानिए आप कैसे उठा सकते फायदा…

RBI ने करोड़ों ग्राहकों के लिए एक और बड़ी घोषणा की है। दिसंबर से बैंकों ने पैसों के लेन-देन से जुड़े एक अहम नियम में बदलाव किया है।अक्तूबर में आरबीआई ने रियल टाइम ग्रॉस सेटलमेंट (RTGS) सिस्टम को दिसंबर 2020 से 24 घंटे सातों दिन चालू रखने का ऐलान किया था। यानी अब आपको बड़ी रकम ट्रांसफर करने के लिए बैंक के खुलने और बंद होने का इंतजार नहीं करना होगा।

पहले क्या थी टाइमिंग?
मौद्रिक नीति समिति (MPC) के फैसलों की घोषणा करते समय गवर्नर शक्तिकांत दास ने ग्राहकों को यह तोहफा दिया था। आज से पहले ग्राहकों के लिए आरटीजीएस सिस्टम की टाइमिंग सुबह सात बजे से शाम छह बजे तक थी। दूसरे और चौथे शनिवार को, जब बैंक की छुट्टी होती है, तब यह सुविधा भी बंद रहती थी। इसके साथ ही रविवार को भी यह सर्विस बंद रहती थी।
दो लाख रुपये है न्यूनतम सीमा
आरबीआई ने देश भर में डिजिटल बैंकिंग को बढ़ावा देने के लिए यह कदम उठाया है। कोरोना काल में डिजिटल बैंकिंग का उपयोग बढ़ गया है। आपको बता दें कि आरटीजीएस के तहत न्यूनतम ट्रांसफर अमाउंट दो लाख रुपये है। वहीं अधिकतम राशि की कोई सीमा नहीं है।

क्या है RTGS?
RTGS का मतलब है रियल टाइम ग्रॉस सेटलमेंट सिस्टम। ‘रियल टाइम’ का मतलब है तुरंत। मतलब जैसे ही आप पैसा ट्रांसफर करें, कुछ ही देर में वह खाते में पहुंच जाए। आरटीजीएस के जरिए जब आप लेनदेन करते हैं तो दूसरे खाते में तुरंत पैसा ट्रांसफर हो जाता है।

निशुल्क है RTGS की सुविधा
छह जून 2019 को आरबीआई ने आम जनता को बड़ा तोहफा देते हुए रियल टाइम ग्रॉस सेटलमेंट और नेशनल इलेक्ट्रिक फंड ट्रांसफर (एनईएफटी) के जरिए होने वाला लेनदेन निशुल्क कर दिया था।

NEFT की सुविधा भी 24 घंटों के लिए उपलब्ध
16 दिसंबर 2019 से सभी बैंकों में 24 घंटे नेशनल इलेक्ट्रॉनिक फंड ट्रांसफर (एनईएफटी) की सुविधा शुरू की थी। ऐसा करने का निर्देश भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने बैंकों को दिया था। जबकि इससे पहले एनईएफटी सुविधा सुबह आठ बजे से शाम सात बजे तक थी। NEFT का मतलब है नेशनल इलेक्ट्रॉनिक फंड्स ट्रांसफर। इंटरनेट के जरिए दो लाख रुपये तक के लेन-देन के लिए एनईएफटी का इस्तेमाल किया जाता है। इसके जरिए किसी भी शाखा के किसी भी बैंक खाते से किसी भी शाखा के बैंक खाते को पैसा भेजा जा सकता है।

 

 

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