राजस्थान: वैष्णव बैरागी समाज का आदर्श सामूहिक विवाह सम्मेलन 12 नवंबर को
सामाजिक कुरीतियों व लोक दिखावे में होने वाली पैसों की बर्बादी को रोकने में सामूहिक विवाह सम्मेलनों का बड़ा महत्त्व है। इसी प्रकार के एक आयोजन में वैष्णव बैरागी समाज के 22 नव युगल एक-दूजे के गले में वरमाला डालकर अपने हमसफर के साथ जीवन की नई शुरुआत करने जा रहे हैं।
वैष्णव बैरागी समाज चौमालिसा प्रथम संस्थान केकड़ी के तत्वावधान में यह आदर्श सामुहिक विवाह सम्मेलन कार्तिक सुदी ग्यारस, मंगलवार, 12 नवंबर को केकड़ी में अजमेर रोड पर स्थित वैष्णव बैरागी छात्रावास में आयोजित होगा। सम्मेलन के अध्यक्ष सीताराम दास वैष्णव सलारी ने बताया कि सम्मेलन में पंजीकरण के लिए वर व वधु दोनों पक्षों से अलग अलग 15501 रुपए की राशि रखी गई है। सचिव जगदीश वैष्णव ने बताया कि 22 जोड़ों का पंजीयन हो चुका है, जिनके पाणिग्रहण के साथ-साथ तुलसी-सालिगराम का विवाह भी होगा।
समारोह के अंतर्गत 12 नवंबर मंगलवार को सुबह पांच बजे तक वर-वधु सम्मेलन स्थल पर पहुंचेंगे। तत्पश्चात सुबह 8 बजे कलश व शोभायात्रा, सुबह सवा नौ बजे से प्रीतिभोज, सवा दस बजे तोरण, साढ़े दस बजे वरमाला, सवा बारह बजे पाणिग्रहण संस्कार सम्पन्न होंगे। इसके बाद अतिथि सम्मान व शाम 4 बजे आशीर्वाद समारोह के साथ विदाई होगी। समिति की ओर से वर को सूट का कपड़ा, तोरण छड़ी, साफा व हाथ घड़ी तथा वधु को मंगलसूत्र, नाक का लोंग, चांदी की पायल जोड़ी, बिछुड़ी, छींक चौथ, सासु छाबड़ा बैस, बरी बैस, पलंग, गद्दा, तकिया व कंबल, गठजोड़, दो कुर्सी, सेन्टर टेबल प्लास्टिक, स्टील बर्तन सेट, सिलाई मशीन, छत का पंखा, अलमारी, एलईडी टीवी, हाथ घड़ी, दीवार घड़ी व कन्यादान के अन्य सामान दिए जाएंगे।
समिति द्वारा सामुहिक विवाह सम्मेलन के कार्यक्रमों को व्यवस्थित तरीके से अंजाम देने के लिए अलग-अलग व्यवस्था समितियों का गठन किया गया है। बुधवार को छात्रावास परिसर में सम्मेलन की विधिवत शुरुआत करते हुए गणपति स्थापना की गई, जिसमें समिति व समाज के प्रमुख सदस्यों ने पंडितों की उपस्थिति में पूजा-अर्चना की। इस दौरान समाज के अध्यक्ष प्रहलाद दास वैष्णव रामपुरा, सामूहिक विवाह सम्मेलन अध्यक्ष सीताराम वैष्णव सलारी सहित सीताराम वैष्णव डाबर, चतुर्भुज दास वैष्णव तसवारिया व कई समाज बन्धु उपस्थित थे।