अफसरों की नजर में ‘गरीब’ हैं साक्षी महाराज, ‘आयुष्मान भारत योजना’ के तहत मिलेगा लाभ

केंद्र सरकार की गरीबों के लिए चलाई जा रही ‘आयुष्मान भारत योजना’ का लाभ उन्नाव के सांसद साक्षी महाराज को भी लाभ मिलेगा। या ये कहा जाए कि अफसरों की नजर में साक्षी महाराज भी ‘गरीब’ हैं। जबकि योजना को लेकर जारी की गई सूची से पात्र गरीबों को वंचित कर दिया गया है।  

अफसरों की नजर में 'गरीब' हैं साक्षी महाराज, 'आयुष्मान भारत योजना' के तहत मिलेगा लाभ बता दें कि केंद्र सरकार ने प्रत्येक गरीब परिवार को चिकित्सा सुविधा मुहैया कराने के लिए आयुष्मान भारत योजना की शुरुआत की है। सोमवार को ग्राम स्वराज अभियान के तहत यूपी के एटा में भगीपुर ग्राम पंचायत में ‘आयुष्मान भारत’ दिवस के कार्यक्रम में जिले के सांसद राजवीर सिंह राजू भइया के समक्ष सूची का प्रकाशन किया गया।

सूची में नाम देखने के लिए तमाम गरीब उमड़ पड़े। ग्राम पंचायत में चयनित 512 लाभार्थियों की सूची में 118वें नंबर पर उन्नाव सांसद साक्षी महाराज का नाम देखकर लोग हैरत में पड़ गए।

आलम यह रहा कि सूची को चस्पा करने से पहले स्वास्थ्य विभाग से लेकर जिले के तमाम प्रशासनिक अफसरों में से किसी ने भी सूची को जांचने की जहमत नहीं उठाई। 

सूची में सांसद साक्षी महाराज के साथ उनके भाई विजय स्वरूप का भी नाम शामिल है। ऐसे में योजना को लेकर तमाम सवाल खड़े हो रहे हैं। 

बताया जाता है कि सूची में शामिल लोगों को ‘आयुष्मान भारत’ योजना के तहत पांच लाख रुपये की चिकित्सा सुविधा दी जाएगी।

भगीपुर ग्राम पंचायत में आता है सांसद का गांव  

दरअसल, सांसद साक्षी महाराज का गांव उदैतपुर भगीपुर ग्राम पंचायत में आता है। इसमें गांव गंगनपुर, नगला प्रेमी, नगला तेली और भगीपुर शामिल हैं।      

योजना के जानकारों की मानें तो पात्र परिवारों का चयन वर्ष 2011 की सामाजिक और आर्थिक जनगणना के आधार पर किया गया है लेकिन सवाल है कि आखिर उन्नाव सांसद वर्ष 2011 में जनगणना में गरीब की श्रेणी में कैसे आ गए।       

एक ओर उन्नाव सांसद को ‘आयुष्मान भारत’ योजना का पात्र बनाया गया है तो वहीं पात्र योजना से महरूम रह गए। गांवनिवासी शारदा देवी के पति काम सिंह पिछले साल से पोलियो ग्रस्त हैं, लेकिन उनका नाम गायब है। 

अमीरों के नामों की लंबी फेहरिस्त     
साक्षी महाराज- उन्नाव से सांसद      
क्षेत्रपाल सिंह- रिटायर्ड शिक्षक      
डालचंद्र- व्यापारी      
सत्यप्रकाश- दो भाई सरकारी सेवा में। खुद पब्लिक स्कूल के प्रबंधक।      
दुर्योधन सिंह- रिजोर में सरकारी शिक्षक  

 
 
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