दिल्ली-NCR की हवा में घुला जहर, 73% घरों में कम से कम 1 सदस्य की तबीयत खराब: सर्वे
नई दिल्ली। दिल्ली-NCR में वायु प्रदूषण (Air Pollution) बेहद खतरनाक होता जा रहा है। प्रदूषण की वजह से हवा में जहर घुलता जा रहा है। जिसकी वजह से जन जीवन पूरी तरह से अस्त व्यस्त हो रहा है। कई इलाकों में तो एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) 900 के पार पहुंच गया है। 310-400 AQI का स्तर ही स्वास्थ्य के लिए बेहद खराब माना जाता है।
इन परिस्थितियों को देखते हुए दिल्ली, गुरुग्राम, गाज़ियाबाद, नोएडा और फरीदाबाद में जहरीली हवा का असर लोगों पर दिखने लगा है। एक सर्वे के मुताबिक यहां के करीब 73 फीसदी घरों में कोई ना कोई शख्स बीमार है।
सर्वे के मुताबिक जहरीली हवा के चलते लोग सर्दी, जुकाम, गले में खरास और आंखों में जलन की शिकायत कर रहे हैं। इसके अलावा खराब हवा के चलते लोगों को सांस लेने में भी दिक्तत हो रही है। कई लोगों में इससे लंग कैंसर होने का भी खतरा बना रहता है।
लोकल सर्कल्स (LocalCircles) नाम की कंपनी ने वायू प्रदूषण से हो रही दिक्कतों को देखते हुए ये एक सर्वे किया है। इसके जरिए ये पता लगाने की कोशिश की गई है कि जहरीली हवा का कितना असर लोगों पर पड़ रहा है।
इस सर्वे के तहत दिल्ली एनसीआर में करीब 35 हज़ार लोगों से सवाल पूछे गए, इसके तहत दिल्ली और गुरुग्राम के 13%, नोएडा और गाजियाबाद में 19%, और फरीदाबाद में 17% लोगों ने कहा कि उनके घर के किसी भी सदस्य को वायू प्रदूषण का कोई असर नहीं पड़ा है, जबकि 73 फीसदी घरों के लोगों ने ये कहा कि उनके यहां कोई न कोई बीमार है।
करीब डेढ़ महीने पहले एक ऐसा ही सर्वे किया गया था। उस वक्त कहा गया था कि 65 फीसदी घरों में जहरीली हवा से कोई न कोई बीमार है। यानी हाल के दिनों में जहरीली हवा का असर काफी ज्यादा बढ़ गया है। दिल्ली में अब 85 फीसदी लोग कह रहे हैं कि उनके घरों में कोई न कोई बीमार है।
दिल्ली में इन दिनों जहरीली हवा के साथ-साथ कोरोना वायरस के भी मामले लगातार बढ़ रहे हैं। इन दिनों हर रोज करीब 7 हजार नए केस सामने आ रहे हैं। ऐसे में सर्वे के दौरान लोगों से पूछा गया कि क्या वो दिवाली के मौके पर एक दूसरे से मिलेंगे। इस सवाल का जवाब दिल्ली से 5908 लोगों ने दिया। जबकि गुरुग्राम से 1364, नोएडा से 1449, गाजियाबाद से 2650 और फरीदाबाद से 1358 लोगों ने जवाब दिए।
दिल्ली के 22 फीसदी लोगों ने कहा कि वो एक दूसरे से दीवाली पर मिलेंगे, जबकि गुरुग्राम के 20%, नोएडा 25%, गाजियाबाद 22% और फरीदीबाद से 50 फीसदी लोगों ने कहा कि वो दीवाली पर एक दूसरे से मिलेंगे।