चीन और रूस ने बाइडेन और कमला हैरिस को नहीं दी बधाई, कहा-फाइनल नतीजों का इंतजार

नई दिल्ली। अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव में बहुमत के आंकड़े हासिल कर चुके जो बाइडेन और कमला हैरिस को दुनियाभर से बधाई संदेश मिल रहे हैं। लेकिन चीन, रूस और मैक्सिको जैसे गिने-चुने देशों ने अभी तक चुप्पी साध रखी है। दोनों ही देशों ने बाइडेन के निर्वाचन को फिलहाल स्वीकार नहीं किया है। चीन ने सोमवार को बाइडेन को बधाई देने से इनकार करते हुए कहा है कि उसे अंतिम फैसले का इंतजार है। वहीं, रूस ने ट्रंप की ओर से धांधली का आरोप लगाए जाने और कानूनी विकल्पों के इस्तेमाल का तर्क देते हुए बाइडेन को विजेता नहीं माना है।

चीन ने बाइडेन को बधाई देने से साफ इनकार करते हुए कहा कि चुनाव का परिणाम अभी तय नहीं हुआ है। चीन के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा कि बाइडेन ने खुद को चुनाव का विजेता घोषित किया है। प्रवक्ता वागं वेनबिन ने दैनिक प्रेस ब्रीफिंग में कहा कि हमारा मानना है कि चुनाव का नतीजा अमेरिकी कानूनों और प्रक्रिया के मुताबिक तय होगा।

दूसरी तरफ रूस ने भी अभी तक बाइडेन की जीत को मान्यता नहीं दी है। रूस ने ट्रंप के सुर में सुर मिलाते हुए चुनाव में गड़बड़ी का मुद्दा उठाया है। रूस के चुनाव प्रमुख ने सोमवार को कहा कि अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव में मेल इन वोटिंग ने मतदान धांधली का रास्ता खोल दिया है।

रूसी चुनाव आयोग की प्रमुख इला पामफिलोवा ने कहा कि उन्होंने मेल-इन वोटिंग प्रक्रिया का सावधानीपूर्वक अध्ययन किया है और पाया कि प्रक्रिया में धांधली की पूरी गुंजाइश है। गौरतलब है कि ट्रंप भी मेल-इन बैलेट्स का विरोध कर चुके थे। रूस पर 2016 के चुनाव में हस्तक्षेप करने और ट्रंप की सहायता का आरोप लगा था। कहा गया था कि रूस को उम्मीद थी कि ट्रंप मास्को के प्रति नरम रवैया रखेंगे। पुतिन उन गिन चुने वैश्विक नेताओं में शामिल हैं, जिन्होंने अभी तक बाइडेन को बधाई नहीं दी है।

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